सदर अस्पताल में जमकर हंगामा, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बिहार डेस्क l केएमपी भारत न्यूज़ l भागलपुर
सहरसा। संवाददाता – विकास कुमार: – सड़क हादसे में घायल एक बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत के बाद सदर अस्पताल सहरसा में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में नारेबाजी की और अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
मृतक की पहचान महिषी थाना क्षेत्र के मेहसेरो वार्ड नंबर 8 निवासी बौकू चौधरी (65 वर्ष) के रूप में की गई है। परिजनों के मुताबिक, बौकू चौधरी शुक्रवार की शाम सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल सहरसा लाया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने समय पर इलाज शुरू नहीं किया और उचित देखभाल नहीं की गई, जिसके कारण बुजुर्ग की मौत हो गई।
परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का लगाया आरोप
मृतक के पुत्र और रिश्तेदारों ने बताया कि बौकू चौधरी सड़क पार कर रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में उन्हें सिर और पैर में गंभीर चोटें आईं। परिजन उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने करीब एक घंटे बाद जांच शुरू की। आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण बुजुर्ग की जान चली गई।
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने डॉक्टर से इलाज में तेजी लाने की गुहार लगाई, तो स्टाफ ने उल्टे अभद्र व्यवहार किया। इससे गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली
मामले की जानकारी मिलते ही सदर थाने की पुलिस टीम अस्पताल पहुंची। पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान अस्पताल परिसर में कुछ देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि मरीज को गंभीर चोटें थीं और पहुंचते समय उसकी स्थिति नाजुक थी। डॉक्टरों ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की, लेकिन मरीज को बचाया नहीं जा सका। उन्होंने परिजनों द्वारा लगाए गए लापरवाही के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगी मौत की वजह
पुलिस का कहना है कि मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। वहीं, परिजनों ने उच्च अधिकारियों से दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सहरसा के सदर अस्पताल में इस घटना के बाद एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों की मनमानी और लापरवाही आम बात हो चुकी है, जिसका खामियाजा आम मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।






