शहर को मिलेगा नया जीवन, जाम से मिलेगी मुक्ति
मुख्य मार्ग पर घटेगा दबाव, नई सड़कों से खुलेगा विकास का रास्ता
गोपालगंज । शहर के लोगों को जल्द ही ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलने वाली है। छाड़ी नदी और बंजारी खाड़ के दोनों किनारों पर सड़कों के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री सचिवालय ने पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग को इस संबंध में प्रस्ताव भेजने को कहा है।
सर्कुलेटिंग रोड से बढ़ेगा शहर का दायरा, रिहाइशी इलाकों को मिलेगा विस्तार
शहरवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि नदी और खाड़ के दोनों ओर सड़क बन जाने से शहर को चारों तरफ से जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग तैयार होंगे। इससे न सिर्फ ट्रैफिक का दबाव घटेगा, बल्कि शहर का भौगोलिक विस्तार भी संभव होगा।
सीएम सचिवालय हुआ एक्टिव, प्रगति यात्रा के दौरान उठी थी मांग
जनवरी में मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान विधान पार्षद राजीव कुमार उर्फ गप्पू बाबू ने छाड़ी नदी और खाड़ के किनारे सड़क निर्माण की मांग रखी थी। अब मुख्यमंत्री सचिवालय के संयुक्त सचिव मनोज कुमार ने पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग को प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए हैं।
जानिए कहां-कहां बनेगी सड़क
छाड़ी नदी का ट्रैक
एनएच-27 स्थित गंगा नर्सरी से शुरू होकर यह सड़क हजियापुर, भीएम फील्ड, नोनिया टोली, श्रीराम नगर होते हुए चिराई घर तक जाएगी।
बंजारी खाड़ का रास्ता
एनएच-27 के बंजारी मोड़ से शुरू होकर सड़क राजीव नगर, जंगलिया, शबनम होटल, राजेंद्र नगर होते हुए दरगाह तक बनेगी।
जाम से जूझ रहा है गोपालगंज, दो ही मुख्य मार्गों पर निर्भर है पूरा शहर
वर्तमान में गोपालगंज शहर की आबादी का दबाव केवल दो प्रमुख मार्गों पर है:
- हजियापुर-पुरानी चौक रोड
- बंजारी पथ-अंबेडकर चौक मार्ग
इन्हीं सड़कों से होकर शहर में एंट्री और एग्जिट होती है, जिससे हर दिन भारी ट्रैफिक और जाम की समस्या बनी रहती है।
सिर्फ दो ही मेन रोड, उन्हीं से जुड़ी हैं सभी लिंक सड़कें
- पुरानी चौक रोड: रेलवे स्टेशन से दरगाह, घोष चौक, मोनिया चौक होते हुए तिरविरवां तक।
- अंबेडकर चौक रोड: स्टेशन से डीएवी स्कूल, पोस्ट ऑफिस चौक, बंजारी चौक होते हुए भितभेरवां तक।
इनके बीच लिंक रोड जैसे अस्पताल रोड, श्याम सिनेमा रोड, कलेक्ट्रेट रोड, आदि केवल सीढ़ियों की तरह काम करते हैं।
शहर की स्थिति एक नजर में
श्रेणी | आँकड़े |
---|---|
शहरी नागरिक | 87,000 |
कुल आबादी (रेंटर सहित) | 1.10 लाख+ |
आवासीय मकान | 11,324 |
कॉमर्शियल भवन | 5,200 |
कॉलोनियां | 89 |
प्रमुख मार्केट | 26 |
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जताई उम्मीद
राजेन्द्र नगर निवासी नंद किशोर आर्य और पंकज सिंह राणा ने कहा कि छाड़ी नदी और खाड़ के किनारों पर बनने वाली सड़कें शहर की दशा और दिशा दोनों बदल देंगी। इससे ट्रैफिक कंट्रोल तो होगा ही, साथ ही शहर का भविष्य भी सुरक्षित होगा।