डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की धरती को मिलेगी नई पहचान
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
सिवान। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जन्मभूमि जीरादेई क्षेत्र के विकास को लेकर सामाजिक संगठन “आपन सिवान” ने अब ठोस पहल शुरू कर दी है। संगठन के संयोजक प्रमोद कुमार मल्ल ने शुक्रवार को जीरादेई स्थित संगठन कार्यालय में ग्रामीणों के साथ एक विशेष बैठक की। बैठक में क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में तय किया गया कि देशभर में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर संचालित शैक्षणिक, सांस्कृतिक, और सामाजिक संस्थाओं से संपर्क स्थापित किया जाएगा। इन सभी संस्थाओं से अपील की जाएगी कि वे अपने संसाधनों और सहयोग से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जन्मस्थली जीरादेई के विकास में भागीदारी निभाएं।
प्रमोद कुमार मल्ल ने कहा कि “जीरादेई केवल एक गांव नहीं, बल्कि यह भारत की लोकतांत्रिक विरासत की धरती है। यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं।”
विनोद श्रीवास्तव को मिली जिला संयोजक की जिम्मेदारी
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रसिद्ध समाजसेवी विनोद श्रीवास्तव को “आपन सिवान” संस्था के सिवान जिला संयोजक की जिम्मेदारी दी जाएगी। यह नियुक्ति संस्था के संयोजक की सहमति से की गई।
बैठक में रामदेव राम, अभिमन्यु सिंह, तुलसी पंडित, राजेंद्र बिंद, बृजेश मल्ल, सुमित कुमार बैठा, रंजन सिंह, भोला सिंह समेत कई स्थानीय समाजसेवी उपस्थित रहे।
विकास की ओर एकजुट प्रयास
“आपन सिवान” संस्था के संयोजक प्रमोद कुमार मल्ल का स्पष्ट कहना है कि जीरादेई के विकास को लेकर अब केवल सरकारी भरोसे नहीं, बल्कि जनसहभागिता से भी एक स्थायी और प्रभावी विकास मॉडल तैयार किया जाएगा। ग्रामीणों ने भी श्री मल्ल के इस पहल का खुलकर स्वागत किया और सहयोग का भरोसा दिलाया।