सर्वे रिपोर्ट के बाद तय होंगे प्रत्याशी, पिछले उम्मीदवारों और नए चेहरों में कांटे की टक्कर
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कृष्ण मुरारी पांडेय। सीवान। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही जिले की सियासत गरमाने लगी है। जदयू की चार सीटों — जीरादेई, रघुनाथपुर, महाराजगंज और बड़हरिया — पर टिकट को लेकर हलचल तेज हो गई है। स्थानीय नेता और पुराने प्रत्याशी, दोनों ही टिकट पाने के लिए जोर आजमाइश में जुटे हैं। पार्टी के भीतर समीकरणों के साथ-साथ प्रत्याशियों की लोकप्रियता और जमीनी पकड़ को इस बार अहम माना जा रहा है।
रघुनाथपुर में अजय सिंह का नाम आगे
रघुनाथपुर सीट पर पूर्व सांसद कविता सिंह के पति अजय सिंह की दावेदारी सबसे चर्चित है। उनके अलावा विकास कुमार सिंह उर्फ जिशु सिंह, राजेश्वर चौहान, पूर्व मंत्री विक्रम कुंवर, अनिता कुशवाहा और लालबाबू प्रसाद कुशवाहा भी मैदान में हैं। सूत्रों के मुताबिक, नेतृत्व सर्वे रिपोर्ट के बाद ही नाम तय करेगा।
महाराजगंज में पूर्व विधायक की तैयारी
महाराजगंज से पूर्व विधायक हेम नारायण शाह एक बार फिर टिकट पाने की तैयारी में हैं। वे संगठन में सक्रियता बढ़ाकर अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं।
जीरादेई में नए चेहरे डॉ. नम्रता सिंह की एंट्री
जीरादेई सीट पर इस बार नए चेहरों की एंट्री चर्चा में है। मैरवा के व्यापारी वीरेंद्र सिंह की बेटी डॉ. नम्रता सिंह कुशवाहा, कमला कुशवाहा, डॉ. प्रकाश चंद्र कुशवाहा, वीरेंद्र कुशवाहा (प्रमुख, मैरवा) और जदयू जिलाध्यक्ष चंद्रकेतु सिंह प्रमुख दावेदार हैं। नम्रता सिंह का नाम सर्वे में सबसे ऊपर बताया जा रहा है।
बड़हरिया में सबसे लंबी कतार
बड़हरिया सीट पर सबसे अधिक दावेदार हैं। पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह, आमोद प्रियदर्शी, श्याम बहादुर सिंह के बेटे संजय मुखिया, इंद्रदेव सिंह पटेल और गजाधर सिंह टिकट के लिए दौड़ में हैं। हालांकि, श्याम बहादुर सिंह को लेकर चर्चा है कि वे पार्टी से निष्कासित हैं। इस पर उनका कहना है कि यह केवल अफवाह है और वे अब भी पार्टी में ही हैं और जीवन पर्यंत जदयू में ही रहेंगे।
“सर्वे के बाद होगा फैसला”
जदयू के प्रदेश सचिव उमेश ठाकुर का कहना है कि टिकट बंटवारे का अधिकार शीर्ष नेतृत्व के पास है। पार्टी सामाजिक समीकरण, संगठनात्मक मजबूती और लोकप्रियता को देखते हुए सर्वे कराती है, और उसी आधार पर प्रत्याशियों का चयन होगा।