विश्व पर्यावरण दिवस पर भव्य आयोजन, बच्चों ने चित्रों और गीतों के माध्यम से दिया प्रकृति संरक्षण का संदेश
केएमपी भारत डेस्क | आरा |
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शुभ नारायण नगर, मझौवाँ स्थित शांति स्मृति संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने जहां पर्यावरण गीतों और चित्रों के जरिए संदेश दिया, वहीं पौधारोपण कर धरती को हरा-भरा बनाने का संकल्प भी लिया।
पर्यावरण गीत से हुई शुरुआत, पूरा माहौल हुआ भावुक और जागरूक

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत पर्यावरण गीत “पेड़ नहीं होंगे तो सोचो तुम कैसे जी पाओगे…” से हुई। गीत ने सभागार में बैठे सभी लोगों को पर्यावरण के प्रति सोचने पर मजबूर कर दिया। गीत के बाद बच्चों द्वारा बनाई गई चित्रकला प्रदर्शनी ने सबका ध्यान आकर्षित किया।
चित्रों में उकेरी गई प्रकृति की सुंदरता और संरक्षण का संदेश
छात्र-छात्राओं ने पौधारोपण, जल संरक्षण और पर्यावरण बचाने से जुड़े विभिन्न चित्र बनाकर प्रदर्शनी में भाग लिया। प्रदर्शनी में करीब 50 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जिनमें सारिका सिंह, तपस्या भारद्वाज, प्रतिज्ञा सिंह, आलोक अतुल्य, वेदिका सिन्हा, आर्यन सिंह और खुशी जहाँ प्रमुख थे। चित्रों के माध्यम से बच्चों ने यह जताने की कोशिश की कि धरती माँ की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है।
विद्यालय परिसर में हुआ सामूहिक पौधारोपण
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया। इसमें विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र, प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह, शिक्षकगण, विद्यार्थी और प्रबंधन समिति के सदस्य शामिल हुए। सभी ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और भविष्य में हर वर्ष एक पेड़ लगाने का प्रण किया।
‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान का हुआ लाइव प्रसारण
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान का यूट्यूब लाइव प्रसारण विद्यालय सभागार में दिखाया गया। शिक्षक और छात्र इसे देखकर भाव-विभोर हो उठे। इस अवसर पर पर्यावरण को बचाने और हर व्यक्ति की भूमिका पर भी विचार साझा किए गए।
वरिष्ठ शिक्षक ने संभाली मंच संचालन की कमान
कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक अरविंद ओझा ने किया। पूरे आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को पर्यावरणीय चेतना का महत्व समझाया।
अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों ने की सराहना
विद्यालय प्रबंधन द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति छात्रों को प्रेरित करने की इस पहल की सराहना उपस्थित अभिभावकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से नई पीढ़ी में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता विकसित होती है।
(रिपोर्टर – ओम प्रकाश पांडेय, आरा)