हर बूथ पर Assured Minimum Facility उपलब्ध कराने का निर्देश
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कृष्ण मुरारी पांडेय l सिवान |
आगामी आसन्न विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में सारण प्रमंडल स्तरीय एक अहम समीक्षा बैठक गुरुवार को आयोजित की गई। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई जिसमें चुनावी तैयारियों की गहन समीक्षा की गई और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, अपर मुख्य सचिव (गृह) अरविन्द कुमार चौधरी, तथा अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन भी मौजूद रहे। बैठक में प्रमंडल के सभी जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य निर्वाचन संबंधित अधिकारी वर्चुअल रूप से शामिल हुए।
हर बूथ पर बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि हर मतदान केंद्र पर Assured Minimum Facility (AMF), यानी शौचालय, रैंप, पेयजल, शेड, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इन सुविधाओं की भौतिक जांच शीघ्र करा ली जाए, ताकि चुनाव के समय किसी प्रकार की असुविधा न हो।
चुनाव को निष्पक्ष व शांतिपूर्ण बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता
पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं भयमुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती को समय रहते सुनिश्चित करने को कहा।
सिवान प्रशासन की भागीदारी
बैठक में सिवान जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश, सिवान पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी, सिवान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया और जिले की चुनावी तैयारियों की जानकारी दी।
जनसंपर्क विभाग भी सक्रिय
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि सिवान जिला प्रशासन निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन कर रहा है और सभी आवश्यक तैयारियाँ समय से पूर्ण की जाएंगी।
मतदाताओं की सुविधा सर्वोपरि
बैठक के दौरान मतदाताओं की सुविधा, पारदर्शिता एवं मतदाता जागरूकता अभियानों को भी प्राथमिकता देने की बात कही गई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि हर मतदाता को सशक्त और जागरूक बनाना ही लोकतंत्र की मजबूती है।
इस बैठक को आगामी विधानसभा चुनावों की दृष्टि से नीतिगत दिशा निर्धारण के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें चुनाव प्रक्रिया को सफल और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने पर ज़ोर दिया गया।