स्टेशनों से लेकर कॉलोनियों तक सघन सफाई अभियान
सेंट्रल डेस्क। केएमपी भारत l पटना
बिहार शरीफ | अविनाश पांडेय
भारतीय रेलवे इस बार आजादी का अमृत महोत्सव स्वच्छता के संकल्प के साथ मनाने जा रही है। रेल मंत्रालय के निर्देश पर पूरे देशभर में 01 से 15 अगस्त, 2025 तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत न केवल रेलवे स्टेशन और प्लेटफॉर्म बल्कि सर्कुलेटिंग एरिया, रेलवे कॉलोनियां और रेलवे ट्रैक तक की सफाई पर विशेष जोर रहेगा।
01 से 03 अगस्त तक ली गई स्वच्छता की शपथ
अभियान की शुरुआत 1 अगस्त से हुई, जहां 03 अगस्त तक रेलवे कर्मचारियों और उनके परिजनों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। इसके साथ-साथ “स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत” के नारों के साथ प्रभात फेरी और स्वच्छता रथ निकाले गए। पूर्व मध्य रेल के सभी पांचों मंडलों में यह कार्यक्रम प्रभावी रूप से संपन्न हुआ। स्वच्छता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया जो विभिन्न क्षेत्रों में जाकर नागरिकों को जागरूक कर रहा है।
4 अगस्त से शुरू होंगे जागरूकता कार्यक्रम
अब 04 अगस्त से “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” स्लोगन के साथ स्टेशनों, कॉलोनियों और कार्यालयों में स्वच्छता से जुड़े विविध कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। इन कार्यक्रमों में एनजीओ, स्काउट-गाइड्स, सामाजिक संगठन, यूनियन और स्कूली बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। नुक्कड़ नाटकों और जागरूकता रैलियों के जरिए आम यात्रियों को भी जोड़ने की तैयारी है।
स्वास्थ्य जांच शिविर और साफ-सफाई का विशेष अभियान
रेलवे स्टेशनों की कैंटीन, फूड स्टॉल, बेस किचन, फूड प्लाजा और पैंट्रीकार में विशेष साफ-सफाई अभियान चलाया जाएगा। खाद्य विक्रेताओं, रसोइयों और कैन्टीन कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की गई है। साथ ही स्वच्छता कर्मचारियों के लिए भी स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे।
प्लास्टिक बोतल क्रशर के इस्तेमाल पर ज़ोर
रेल यात्रियों को प्लास्टिक बोतल क्रशर मशीन का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि प्लास्टिक प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके। इसके अलावा जलाशयों की सफाई, जल शोधन संयंत्रों की जांच और रेलवे परिसर में पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष अभियान भी चलाया जाएगा।
शहरों में रेलवे ट्रैक की सफाई में शहरी निकायों का सहयोग
रेल ट्रैक के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर सफाई कार्यों में शहरी निकायों को भी शामिल किया गया है। इस पूरे अभियान की निगरानी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र की ओर से की जा रही है, जिन्होंने बताया कि यह अभियान सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि व्यवस्थित परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है।