बढ़ाई गई सुरक्षा, टॉयलेट शीट हटाने से मना करने पर दी गई धमकी, एक हिरासत में, व्यापारियों में दहशत
पटना के गोपाल खेमका हत्याकांड के बाद लखीसराय में नई सनसनी
बिहार डेस्क केएमपी भारत भागलपुर
लखीसराय l अभिनंदन कुमार l लखीसराय में दो प्रमुख व्यापारियों रतनलाल बंका और ललित कुमार बंका को जान से मारने की धमकी दिए जाने से शहर में सनसनी फैल गई है। यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या की गूंज अभी थमी भी नहीं थी। दोनों व्यापारियों की शिकायत पर कवैया थाना में एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
विधायक समर्थकों पर गंभीर आरोप
व्यापारियों ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि धमकी देने वाले लोग सूर्यगढ़ा से राजद विधायक प्रह्लाद यादव के करीबी हैं। इनका कहना है कि विधायक के निर्माणाधीन अस्पताल के पीछे उनके घर से सटे क्षेत्र में जबरन शौचालय का उपयोग शुरू कर दिया गया। टॉयलेट शीट को हटाने के अनुरोध पर न केवल इनकार किया गया, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी गई।
शौचालय का विरोध बना धमकी का कारण
घटना नया बाजार पोस्ट ऑफिस के समीप की है, जहां व्यापारी बंधुओं ने विधायक समर्थकों द्वारा शौचालय निर्माण का विरोध किया था। उन्होंने बताया कि उनके घर की दीवार से सटे हिस्से में टॉयलेट चालू कर दिया गया, जिससे उनके पारिवारिक जीवन पर असर पड़ रहा है। विरोध करने पर गुंडागर्दी की गई और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।
वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी, सुरक्षा बढ़ी
कवैया पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल के वीडियो फुटेज के आधार पर एक युवक को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही दोनों व्यापारियों के घरों पर पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
व्यापारी समाज में आक्रोश, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
ललित कुमार बंका भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और मुंगेर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं रतनलाल बंका का हार्डवेयर और होटल व्यवसाय क्षेत्र में बड़ा नाम है। इस घटना के बाद व्यापारियों में भय और आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
SDPO का बयान
एसडीपीओ शिवम कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है।
इस घटना ने एक बार फिर व्यापारियों की सुरक्षा और राजनेताओं के प्रभाव के दुरुपयोग पर सवाल खड़ा कर दिया है।