कहा – परेड से जवानों में बढ़ता है अनुशासन और स्मार्टनेस
मेस और बैरकों में जाकर देखी व्यवस्थाएं, जवानों को दिया अनुशासन और कर्तव्यबोध का मंत्र
सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l भागलपुर
लखीसराय | अभिनंदन कुमार
लखीसराय पुलिस लाइन स्थित प्रशिक्षण केंद्र का गुरुवार को डीआईजी राकेश कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ एसपी अजय कुमार भी मौजूद थे। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य नवनियुक्त महिला और पुरुष प्रशिक्षु सिपाहियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेना था। डीआईजी ने सबसे पहले मेस, बैरक और अन्य आवासीय व्यवस्थाओं की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया।
उन्होंने सिपाहियों के रहने, खाने और दैनिक जरूरतों से जुड़ी हर व्यवस्था को खुद देखा और संतोष जताया। महिला व पुरुष सिपाहियों के लिए बनाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को परखते हुए उन्होंने रसोईघर का भी निरीक्षण किया और साफ-सफाई एवं पौष्टिकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण के दौरान सिपाहियों को किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
पुलिस लाइन में आयोजित परेड में शामिल होकर डीआईजी ने जवानों की परेड की सलामी ली। इसके बाद उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि परेड केवल शारीरिक कसरत नहीं है, बल्कि यह एक जवान की पहचान और उसकी कार्यशैली को गढ़ने वाला प्रशिक्षण है। उन्होंने कहा कि अनुशासन, कर्तव्यबोध और वर्दीधारी की स्मार्टनेस परेड के जरिए ही सिखाई जा सकती है।
“कैसे वर्दी पहननी है, कैसे चलना है, कैसे बात करनी है और वरिष्ठों को किस तरीके से सम्मान देना है—यह सब परेड से ही सीखा जाता है,” डीआईजी ने कहा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखने के लिए समय-समय पर परेड में भाग लेना अनिवार्य है।
निरीक्षण के अंत में डीआईजी राकेश कुमार ने प्रशिक्षण केंद्र की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कुछ सुधारात्मक सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि लखीसराय पुलिस लाइन को एक आदर्श प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में और प्रयास किए जाएंगे।