अंबेडकर भवन में हुई आपात बैठक, योजना स्थगन की मांग
पहुँच पथ-1 के निर्माण पर नहीं है ऐतराज, लेकिन दोहरा निर्माण बताया अनावश्यक
स्थानीयों का आरोप—सरकार की योजना जनविरोधी, समझदारी से हो योजना निर्माण
बैठक में सर्वसम्मति से विरोध का निर्णय, जल्द सौंपा जाएगा ज्ञापन
बिहार डेस्क, केएमपी भारत, भागलपुर
मुंगेर। संतोष सहाय l गंगा नदी पर प्रस्तावित सड़क पुल के लिए बनाए जा रहे पहुँच पथ-2 और लालदरवाजा मुख्य सड़क के चौड़ीकरण के खिलाफ अब लालदरवाजा मोहल्ला में विरोध की आवाजें बुलंद होने लगी हैं। रविवार को अंबेडकर भवन में मोहल्लेवासियों की एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सरकार अगर इस योजना को तत्काल प्रभाव से स्थगित नहीं करती है, तो स्थानीय लोग लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन शुरू करेंगे।
250 मकानों को तोड़ने की आशंका, लोगों में गहरी नाराजगी
बैठक में स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कहा कि गंगा पुल से जुड़ने के लिए पहले से पहुँच पथ-1 का निर्माण लालदरवाजा टीओपी से किया जा रहा है, जो टोपोलैंड होते हुए सीधे पुल से जुड़ता है। इस पथ पर किसी को आपत्ति नहीं है। लेकिन इसके साथ ही पहुँच पथ-2 बनाने की योजना न केवल अनावश्यक है बल्कि जनविरोधी भी है। इस सड़क के लिए लालदरवाजा मुख्य सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा, जिससे दोनों ओर के करीब 250 मकान प्रभावित होंगे और लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ेगा।
गीता बाबू रोड पहले से है 40-45 फीट चौड़ी, फिर क्यों नया रास्ता?
बैठक में समाजसेवी प्रभुदयाल सागर ने सरकार की रिंग रोड और दोहरी सड़क निर्माण योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब गीता बाबू रोड पहले से 40 से 45 फीट चौड़ी है और आवागमन भी सुचारू रूप से हो रहा है, तो फिर इस नए निर्माण का औचित्य क्या है? उन्होंने कहा कि पहुँच पथ-2 का निर्माण केवल लोगों को बेवजह विस्थापित करने वाला कदम है, जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
बैठक में जुटे जनप्रतिनिधि और समाजसेवी, जल्द सौंपा जाएगा ज्ञापन
इस अहम बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधि और समाजसेवियों सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। सभी ने एक सुर में कहा कि अगर सरकार और प्रशासन इस योजना पर पुनर्विचार नहीं करते हैं, तो सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और जिला प्रशासन को सामूहिक ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बैठक में शामिल प्रमुख लोग
प्रभुदयाल सागर, संजय सिंह, राकेश मंडल, चंद्रशेखर प्रसाद उर्फ पप्पू यादव, बाल्मीकि यादव, राकेश वर्मा, नंद किशोर यादव, सुमित कुमार, मुकेश वर्मा, विकास झा, दिनेश यादव, आनंद गुप्ता समेत सैकड़ों स्थानीय लोग शामिल हुए।