पर्यावरण दिवस पर रेनटोकील पीसीआई का संकल्प: स्वच्छ कँगन घाट, हरित कीट नियंत्रण से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

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गंगा दशहरा और पर्यावरण दिवस के अवसर पर हुआ विशेष सफाई अभियान

बिना रसायन के कीट नियंत्रण कर पेश की पर्यावरण मित्र पहल

गंगा सेवा दल ने दिया सराहनीय सहयोग, घाट को बनाया प्लास्टिक मुक्त


पटना।
विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के पावन अवसर पर पटना सिटी स्थित ऐतिहासिक कँगन घाट पर रेनटोकील पीसीआई की पटना शाखा ने एक विशेष स्वच्छता एवं कीट नियंत्रण अभियान चलाया। संस्था के कर्मठ कर्मचारियों ने घाट की सफाई कर प्लास्टिक बोतलें, थैलियाँ और अन्य अपशिष्ट हटाए, जिससे घाट को स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त स्वरूप दिया जा सके।

इस मौके पर रेनटोकील पीसीआई ने एक अलग पहल करते हुए बिना किसी रासायनिक कीटनाशक के पर्यावरण-सुरक्षित, हरित समाधान द्वारा कीट नियंत्रण किया। संस्था ने यह संदेश दिया कि कीट नियंत्रण केवल रसायनों के भरोसे नहीं, बल्कि पर्यावरण अनुकूल तरीकों से भी संभव है। इस हरित पहल से न केवल लोगों को जागरूक किया गया, बल्कि गंगा के पवित्र जल और तट की रक्षा का संकल्प भी लिया गया।

धरती और जल दोनों की रक्षा का संकल्प
रेनटोकील पीसीआई के अधिकारियों ने बताया कि प्लास्टिक कचरा हमारे पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक है। यह भूमि की उर्वरता कम करता है, जलस्तर को प्रभावित करता है और जलीय जीवों की जान के लिए भी खतरा है। ऐसे में घाट की सफाई कर और हरित कीट नियंत्रण अपनाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मजबूत संदेश देने का कार्य किया गया।

सामूहिक भागीदारी से बना उदाहरण
इस अभियान में संस्था के सदस्य—धर्मेन्द्र कुमार, राजू कुमार सिंह, शक्ति नंदन, कुमार सौरभ, रवि शंकर यादव, चन्दन कुमार, अजय कुमार, मनोज कुमार, किशन कुमार, सतेंद्र राम, अरबिंद कुमार, जयनाथ सिंह, सतीश कुमार और प्रकाश कुमार—ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। वहीं, श्री गंगा सेवा दल समन्वय समिति के सचिव पंडित राजेश शुक्ला ‘टिल्लू’ जी ने अभियान में सहयोग कर सामाजिक सहभागिता की मिसाल पेश की।

जन-जागरूकता की पहल
रेनटोकील पीसीआई की इस पहल को स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने सराहा। संस्था का उद्देश्य साफ था—गंगा की शुचिता बनाए रखना और पर्यावरण के प्रति समाज को सजग करना। इस अवसर पर संस्था ने सभी से अपील की कि प्लास्टिक का उपयोग कम करें और गंगा घाटों को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें।


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