12 साल से वीरान पड़ा भवन, अब बुजुर्गों के लिए बनेगा सहारा
बिहार डेस्क l भागलपुर
केएमपी भारत। सहरसा। नगर निगम क्षेत्र के कहरा गांव में 12 वर्ष पूर्व सांसद निधि से बने विवाह भवन का हाल अब बदलने जा रहा है। जो भवन कभी असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया था, वहीं अब बुजुर्गों के जीवन का सहारा बनने वाला है। नगर निगम प्रशासन ने इस भवन को जीर्णोद्धार कर अस्थायी वृद्धा आश्रम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ग्रामीणों ने बताया कि तत्कालीन सांसद शरद यादव की कोष से बने विवाह भवन में न तो बिजली थी और न ही पानी। मूलभूत सुविधाओं के अभाव में यहां कभी एक भी शादी नहीं हो सकी। धीरे-धीरे भवन खंडहर में तब्दील हो गया और असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बन गया। इससे परेशान ग्रामीणों ने नगर निगम से वृद्धा आश्रम खोलने की मांग की थी।
नगर निगम ने मांग को गंभीरता से लेते हुए निर्माण कार्य तेज गति से शुरू कराया है। मेयर बैन प्रिया ने बताया कि वृद्धा आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को भोजन, रहने और चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उनका कहना है कि समाज में ऐसे कई वृद्धजन हैं जिन्हें अपने जीवन के आखिरी पड़ाव में सहारे की जरूरत होती है। यह आश्रम उन्हीं के लिए समर्पित होगा।
ग्रामीण जितेंद्र झा और शशिकांत झा का कहना है कि यह फैसला पूरे गांव के लिए बड़ी राहत है। अब खंडहर की जगह आश्रम बनने से असामाजिक तत्वों का आना-जाना बंद होगा और जरूरतमंद बुजुर्गों को सहारा मिलेगा।
यह कदम गांव ही नहीं, पूरे नगर के लिए एक सकारात्मक पहल साबित होगी।