कश्मीर से गुजरात और पूर्वोत्तर तक गूंजा छपरा के बेटे का परचम, युवाओं के लिए बने रोल मॉडल
सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l पटना
छपरा/एकमा (सारण)। कठिन परिश्रम और लगन का दूसरा नाम बन चुके सारण के राजेश कुमार सिंह ने एक बार फिर बिहार का नाम रोशन किया है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) नेट परीक्षा को लगातार चार बार पास कर चुके राजेश ने अब नॉर्थ ईस्ट स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट (असम-सेट 2025) में सफलता हासिल कर नया कीर्तिमान बनाया।
इतिहास विषय में 59% अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण हुए राजेश को असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा और सिक्किम की सभी सेंट्रल व स्टेट यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति की पात्रता मिल गई है। इससे पहले वे छत्तीसगढ़ सेट में स्टेट टॉपर रह चुके हैं और देश के आठ राज्यों की सेट परीक्षाएं सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर चुके हैं।
राजेश वर्तमान में एकमा स्थित पीएम श्री अलख नारायण सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वरिष्ठ लाइब्रेरियन के रूप में कार्यरत हैं। पटना विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले राजेश तीन किताबों के लेखक भी हैं। वे अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों और निरंतर अभ्यास को देते हैं।
उनकी इस उपलब्धि पर बिहार विधान परिषद सदस्य डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव, डॉ. कृष्ण कन्हैया, प्रो. सुनील कुमार सिंह, समाजसेवी डॉ. अंजू सिंह सहित कई शिक्षाविदों, अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। राजेश का कहना है कि देश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में प्रतिभाशाली व समर्पित लोगों का आना जरूरी है, तभी शिक्षा का स्तर और ऊंचा होगा।