जिलाधिकारी बोले: जनसंख्या नियंत्रण सिर्फ सरकारी एजेंडा नहीं, हर नागरिक की सामाजिक जिम्मेदारी
पुरुष नसबंदी महिलाओं से ज्यादा आसान, सुरक्षित और असरदार: सिविल सर्जन

11 से 31 जुलाई तक जिले भर में चलाया जाएगा जनसंख्या स्थिरता अभियान
1525 महिला बंध्याकरण और 115 पुरुष नसबंदी का रखा गया लक्ष्य, प्रोत्साहन राशि का भी प्रावधान
सदर अस्पताल में महिला को लगी गर्भनिरोधक सुई, अभियान का हुआ शुभारंभ
स्टेट डेस्क, केएमपी भारत, पटना
विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर जिले में परिवार नियोजन को लेकर “जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा” की शुरुआत की गई। सदर अस्पताल स्थित सभागार में एक महिला लाभार्थी को अंतरा गर्भनिरोधक MPA सब कुटेनियस इंजेक्शन देकर इस अभियान का शुभारंभ किया गया।
जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण केवल आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि यह संसाधनों पर बढ़ते दबाव को दर्शाता है। यदि हम अगली पीढ़ी को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन देना चाहते हैं, तो हमें आज ही परिवार नियोजन को अपनाना होगा। यह केवल सरकार की नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
सिविल सर्जन बोले- “पुरुष नसबंदी पर मिथक तोड़ने की जरूरत”
सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि पुरुष नसबंदी को लेकर अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई भ्रांतियां फैली हैं। लोग मानते हैं कि इससे ताकत कम हो जाती है, जबकि यह पूरी तरह गलत है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी महिलाओं की तुलना में ज्यादा सरल, सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है। इससे न कमजोरी आती है, न कार्यक्षमता घटती है। जरूरी है कि पुरुष जिम्मेदारी लें और परिवार नियोजन में भागीदार बनें।
मुफ्त में मिलेंगी सभी सेवाएं
सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर सदर अस्पताल समेत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी, गर्भनिरोधक गोलियां, कापर-टी और गर्भनिरोधक इंजेक्शन जैसी सेवाएं पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध कराई जाएंगी।
लक्ष्य तय: 1525 महिला बंध्याकरण और 3800 से ज्यादा IUCD
जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी (डीएमएंडईओ) रवि शेखर ने बताया कि पूरे जिले में अभियान के लिए विभाग ने स्पष्ट लक्ष्य तय किया है:
1525 महिला बंध्याकरण
115 पुरुष नसबंदी
3800 IUCD (कापर-टी), जिनमें पीपीआईयूसीडी और पीएआईयूसीडी शामिल हैं
4295 महिलाओं को अंतरा गर्भनिरोधक (MPA subcutaneous) सुई लगाना
प्रोत्साहन राशि से बढ़ेगा उत्साह
परियोजना के तहत लाभार्थियों और उत्प्रेरकों को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है:
पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को ₹3000 और उत्प्रेरक को ₹400
महिला बंध्याकरण पर लाभार्थी को ₹2000 और उत्प्रेरक को ₹300
प्रसव उपरांत बंध्याकरण पर लाभार्थी को ₹3000 और उत्प्रेरक को ₹400
कॉपर-टी लगवाने पर लाभार्थी को ₹300 और उत्प्रेरक को ₹150
अंतरा सुई लगवाने पर लाभार्थी और उत्प्रेरक दोनों को ₹100-100
आशा कार्यकर्ताओं और जीविका दीदियों की अहम भूमिका
इस अभियान में आशा फैसिलिटेटर, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी और स्वास्थ्य कर्मियों की प्रमुख भूमिका रहेगी। वे लोगों को गर्भनिरोधक उपायों की जानकारी देकर योग्य दंपतियों तक सेवाएं पहुंचाएंगी।