सीवान : दलित-आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए देशव्यापी दौरे पर मोहन पासवान और मंसूर आलम

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सीवान पहुंचे दलित आदिवासी विकास अभियान संघ के अध्यक्ष, मोहिउद्दीनपुर में हुई बैठक


नई दिल्ली से चला अभियान सिवान पहुंचा, समाजसेवी मंसूर आलम के आवास पर हुई चर्चा

केएमपी भारत। सीवान
दलित और आदिवासी समुदायों के हक और अधिकारों को लेकर संघर्षरत दलित आदिवासी विकास अभियान संघ, नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह कार्यकारी अध्यक्ष, ऑल इंडिया एससी एसटी रेलवे एम्पलाई संगठन मोहन पासवान इन दिनों देशव्यापी दौरे पर हैं। इसी क्रम में शनिवार को वे बिहार के सिवान जिले पहुंचे। यहां जनता दल यूनाइटेड के पूर्व जिला अध्यक्ष और समाजसेवी मंसूर आलम के मोहिउद्दीनपुर स्थित आवास पर एक बैठक आयोजित की गई।


“दलित-आदिवासी समाज को मिलना चाहिए उनका हक”: मोहन पासवान
बैठक के दौरान मोहन पासवान ने कहा कि आज भी दलित और आदिवासी समाज को समाज के मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में गंभीर प्रयास की जरूरत है। उन्होंने अपने संगठन द्वारा चलाए जा रहे अभियान की जानकारी दी और बताया कि उनका उद्देश्य दलित-आदिवासी समुदाय को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में बराबरी दिलाना है।


स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने दिया समर्थन
बैठक में कई प्रमुख स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें मोहम्मद मुबारक अंसारी, शेख मोहम्मद शहाबुद्दीन, राहुल पासवान (तरवारा), जितेंद्र भारती उर्फ कवि जी (दारौंदा) और सूरज शाह (गोपालगंज) मौजूद रहे। सभी ने अभियान के उद्देश्यों का समर्थन करते हुए इसे जिले और राज्य स्तर पर मजबूती देने की बात कही।


नीतिगत बदलावों की मांग, सरकार से की अपील
मोहन पासवान ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि दलित और आदिवासी समाज के लिए बनाई जाने वाली नीतियों को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षा और रोज़गार के समान अवसर नहीं मिलते, तब तक सामाजिक समरसता का सपना अधूरा रहेगा।


बिहार के अन्य जिलों का भी करेंगे दौरा
मोहन पासवान ने जानकारी दी कि सिवान के बाद वे बिहार के अन्य जिलों में भी अभियान की बैठकें करेंगे और लोगों को जोड़ने का कार्य जारी रखेंगे। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि वे इस सामाजिक अभियान में आगे आकर भागीदारी निभाएं।

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