DLRS पोर्टल पर अपलोड नहीं किए हैं दस्तावेज तो रैयत खुद कराएं अपलोड, नहीं तो अमीन को दें आधार, मोबाइल और कागजात
स्टेट डेस्क, केएमपी भारत, पटना।
जिले में भूमि बंदोबस्त और किस्तवार प्रक्रिया को गति देने के लिए शनिवार को बड़ा कदम उठाया गया। समाहरणालय सिवान से मिली जानकारी के अनुसार, पचरुखी थाना अंतर्गत मौजा-बुद्ध छपरा में ARHAS हवाई एजेंसी द्वारा ETS मशीन से त्रि-सीमाना जांच कार्य की शुरुआत कर दी गई है।

जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में जिले के सभी 19 अंचलों में किस्तवार का काम चरणबद्ध तरीके से प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसके तहत विशेष सर्वेक्षण कार्य के दौरान भूमि के सीमांकन और नक्शा अद्यतन का कार्य हाई-टेक मशीनों की मदद से किया जाएगा।
दस्तावेजों की अपलोडिंग जरूरी
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने सिवान जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्र के रैयतों से अपील की है कि यदि अब तक उन्होंने भू-खंड से संबंधित दस्तावेज, वंशावली आदि DLRS साइट पर अपलोड नहीं कराए हैं, तो वे जल्द से जल्द यह कार्य पूर्ण करें।
यदि किसी कारणवश रैयत खुद दस्तावेज अपलोड नहीं कर सकते, तो वे कार्यक्षेत्र में लगे अमीन को अपना मोबाइल नंबर, आधार कार्ड तथा संबंधित कागजात उपलब्ध कराएं ताकि सर्वेक्षण कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए।
जनसंपर्क विभाग की ओर से जानकारी
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि यह कार्य राज्य सरकार की प्राथमिकता योजना के तहत चलाया जा रहा है ताकि भू-अधिकारों का अद्यतन रिकॉर्ड तैयार किया जा सके। इससे जमीन विवादों की संख्या में कमी आएगी और सरकारी योजनाओं के लाभ पात्र व्यक्तियों तक सरलता से पहुंच सकेंगे।
क्या है ETS मशीन?
ETS (Electronic Total Station) मशीन एक हाई-टेक उपकरण है, जिससे सटीक भूमि माप और सीमांकन संभव होता है। इसका उपयोग विशेष सर्वेक्षण में तेजी और पारदर्शिता लाने के लिए किया जाता है।
क्या करें रैयत?
DLRS साइट पर अपने दस्तावेज जल्द अपलोड करें।
यदि संभव न हो तो अमीन को आधार, मोबाइल व जरूरी कागजात दें।
समय रहते सहयोग करें ताकि सर्वे कार्य बिना रुकावट पूरा हो सके।