कौड़िया वैश्य टोली पहुँचा कांग्रेस का शांति दल, पीड़ित परिजनों से मिलकर बंधाया ढांढस
दोषी थानाध्यक्ष पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की माँग

डिजिटल डेस्क, केएमपी भारत, सीवान।
मलमलिया बाजार में 4 जुलाई को हुए नृशंस हत्याकांड के बाद राजनीतिक दलों की सक्रियता तेज हो गई है। सोमवार को कांग्रेस पार्टी का शांति दल भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र अंतर्गत कौड़िया वैश्य टोली पहुँचा। प्रतिनिधिमंडल ने तीनों मृतकों — मुन्ना सिंह, रोहित सिंह और कन्हैया सिंह — के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और न्याय का भरोसा दिलाया।
मृतकों के घर जाकर शोक संतप्त परिजनों को दिया आश्वासन
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार के नेतृत्व में पहुँचे शांति दल ने सबसे पहले मृतक मुन्ना सिंह के घर पहुँचकर उनके पुत्र आदित्य सिंह और आदर्श सिंह सहित अन्य परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद दल ने रोहित सिंह के पिता, पूर्व मुखिया अखिलेश सिंह और मृतक कन्हैया सिंह के पिता राजनारायण सिंह से भी मुलाकात कर संवेदना प्रकट की।
प्रशासन पर उठे सवाल, बर्खास्त थानाध्यक्ष पर FIR की माँग

इस दौरान जिलाध्यक्ष सुशील कुमार ने कहा कि घटना के लिए स्थानीय पुलिस-प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। कई छोटी घटनाओं के बावजूद समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे इतनी बड़ी वारदात हो गई।
उन्होंने कहा, “तत्कालीन थानाध्यक्ष की बर्खास्तगी पर्याप्त नहीं है, उन पर आपराधिक मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए। ताकि सिस्टम में बैठे लोग अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर हों।”
सरकारी नौकरी और मुआवजे की माँग, रोजगार मेले में पंजीकरण का दिया न्योता
पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. विधु शेखर पाण्डेय ने कहा, “दिनदहाड़े बाजार में हत्या होना यह दर्शाता है कि अपराधियों को कानून का कोई भय नहीं रहा। शासन-प्रशासन को तुरंत पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी और समुचित मुआवजा देना चाहिए।”
उन्होंने परिजनों से 19 जुलाई को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित कांग्रेस के रोजगार मेले में भाग लेने और पंजीकरण करने की अपील भी की।
शांति दल में कई स्थानीय नेता भी रहे शामिल
कांग्रेस के इस शांति दल में भगवानपुर प्रखंड अध्यक्ष कमल किशोर ठाकुर, दिनेश यादव, ध्रुवलाल कुशवाहा, अभिषेक मिश्रा, लालबाबू खरवार, संतोष पाण्डेय, सुरेश यादव, विन्देश्वरी साह, संजय कुमार, केशव कुमार, रामाशीष यादव और रंजीत कुमार समेत कई नेता शामिल रहे।
न्याय की माँग के साथ कांग्रेस ने दिया भरोसा
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि अगर दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कठोर सजा नहीं दी गई, तो पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी। शांति दल ने परिजनों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनकी लड़ाई पूरी मजबूती से लड़ेगी।