गांव में पसरा मातम, गुवाहाटी में तैनात थे अरुण पांडेय, शुक्रवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद हुआ निधन;
पत्नी का पहले ही हो चुका है देहांत, रविवार को सरयू नदी के पंचमंदिरा घाट पर होगा अंतिम संस्कार
के एमपी भारत । गुठनी (सीवान)।
सीआरपीएफ में कार्यरत सिवान जिले के लाल अरुण कुमार पांडेय ड्यूटी के दौरान अंतिम सांस ले गए। 49 वर्षीय अरुण पांडेय असम के गुवाहाटी में सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर (सीओ) पद पर तैनात थे। शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान अचानक सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें मेडिकल कैंप ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अरुण मूल रूप से सिवान जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के विसवार पंचायत अंतर्गत एकवारी गांव के निवासी थे। वह मणिनारायण पांडे के पुत्र थे और पिछले कुछ वर्षों से अरुणाचल प्रदेश के लॉबिंग में सीआरपीएफ की 36वीं बटालियन में तैनात थे। वर्तमान में उनकी बटालियन की तैनाती गुवाहाटी में थी।
पिछले साल पत्नी का हो चुका है निधन, बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़
परिजनों ने बताया कि अरुण पांडेय की पत्नी मिथिलेश देवी का निधन पिछले वर्ष ही हो गया था। अब अरुण की असमय मौत से परिवार पूरी तरह टूट गया है। बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
सीआरपीएफ अधिकारियों ने फोन पर दी परिजनों को सूचना
सीआरपीएफ मुख्यालय से अरुण पांडेय के निधन की खबर फोन के माध्यम से उनके परिजनों को दी गई। जैसे ही यह दुखद समाचार गांव में पहुंचा, पूरे एकवारी गांव में शोक की लहर दौड़ गई। लोग उनके घर पर सांत्वना देने पहुंचने लगे।
शनिवार रात तक गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर, रविवार को अंतिम संस्कार
परिजनों ने जानकारी दी कि सीआरपीएफ के वाहन से अरुण पांडेय का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात तक उनके पैतृक गांव एकवारी लाया जाएगा। रविवार सुबह दरौली स्थित पवित्र सरयू नदी के पंचमंदिरा घाट पर उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
कर्तव्य के प्रति समर्पित थे अरुण, गांव और बल का बढ़ाया मान
अरुण कुमार पांडेय न केवल अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित थे, बल्कि उन्होंने अपने व्यवहार और सेवा भावना से बल के साथ-साथ अपने गांव का भी नाम रोशन किया था। उनके असामयिक निधन से क्षेत्र में गहरा शोक है। ग्रामीणों और सीआरपीएफ परिवार ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें सच्चा देशभक्त बताया।