मेधा सम्मान से प्रेरणा और उत्साह का संचार
केएमपी भारत। सीवान। वर्तमान प्रतिस्पर्धा के युग में छात्र-छात्राओं को प्रेरित और प्रोत्साहित करना अत्यंत आवश्यक है। इसी उद्देश्य से विद्या भारती प्रचार-प्रसार विभाग की योजना के अंतर्गत, विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद एवं कृष्णचंद्र गांधी मीडिया सेंटर, सिवान के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर, विजयहाता के सभागार में महावीरी मेधा सम्मान समारोह 2025 का भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिले के सभी महावीरी विद्यालयों की सहभागिता रही। कार्यक्रम में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले, नीट और जेईई जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता पाने वाले, साथ ही खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में जिले का नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन से हुआ। विद्यालय की बहनों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और स्वागत गीत ने समारोह को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊंचाई प्रदान की।
मुख्य और विशिष्ट अतिथियों का संबोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्या भारती के संगठन मंत्री ख्यालीराम जी और विशिष्ट अतिथि लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव श्री रामलाल सिंह थे। मंच पर पूर्व छात्र परिषद के मार्गदर्शक अनिल राम, सह संयोजक डॉ. सुधांशु शेखर त्रिपाठी, विभाग निरीक्षक राजेश कुमार रंजन, मीडिया सेंटर अध्यक्ष डॉ. शरद चौधरी, संरक्षक रमेश सिंह, विभाग संयोजक प्रो. रविन्द्र पाठक, मीडिया समन्वयक नवीन सिंह परमार तथा विद्यालय सचिव ओमप्रकाश दुबे उपस्थित रहे। अतिथि परिचय नवीन सिंह परमार ने तथा स्वागत प्रधानाचार्य शंभू शरण तिवारी ने किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आत्मविश्वास, परिश्रम और अनुशासन का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित किया।
ख्यालीराम जी का विशेष संदेश
ख्यालीराम जी ने अपने उद्बोधन में कहा,
“नेकी कर दरिया में डाल वाली कहावत अब प्रासंगिक नहीं है। समाज को सकारात्मकता की आवश्यकता है और इसके लिए हमें अपने अच्छे कार्यों को साझा करना चाहिए। यदि सकारात्मक उदाहरण सामने नहीं आएंगे, तो भ्रम और नकारात्मकता का माहौल बनेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि विद्या भारती शिक्षा की गुणवत्ता को सतत बेहतर बनाने हेतु कटिबद्ध है। समर्पित आचार्य, परिश्रमी विद्यार्थी और सजग अभिभावकों का समन्वय ही सर्वांगीण विकास की आधारशिला है।
सम्मान और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
समारोह में प्रो. अशोक प्रियंवद, डॉ. गणेश दत्त पाठक, प्रो. अवधेश शर्मा, डॉ. प्रियंका दुबे, इंदल कुमार सिंह, समर प्रताप सिंह, कौशलेंद्र प्रताप, पारस नाथ सिंह, विजय प्रसाद, जादूगर विजय समेत नगर के गणमान्य नागरिक, अभिभावक व पूर्व छात्रगण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
गणेश वंदना, पंच परिवर्तन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति, पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम, भाव नृत्य और एकल गीत जैसी प्रस्तुति छात्रों की बहुआयामी प्रतिभा को दर्शाती रही। विद्यार्थियों ने सामाजिक संदेशों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संचालन और आभार
कार्यक्रम का संचालन पूर्व छात्राओं प्रज्ञा द्विवेदी एवं प्रीति कुमारी ने अत्यंत आत्मीयता व गरिमा के साथ किया। समापन पर विद्यालय सचिव ओमप्रकाश दुबे ने सभी अतिथियों, आयोजकों, सहयोगियों और प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।