बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
सीवान। शिव कुमार गिरी
मंडल कारा, सीवान में बंद एक बंदी की शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि 20 वर्षीय फैज अली उर्फ बिहारी ने जेल परिसर में रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। फैज को आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, मौत की सूचना मिलते ही परिजन भड़क गए और शव को सड़क पर रखकर जमकर हंगामा किया।
मुख्य सड़क पर रखा शव, दो घंटे तक रहा जाम
शव मिलते ही मृतक के परिजन आक्रोशित हो उठे और सदर अस्पताल के बाहर मुख्य सड़क को शव रखकर जाम कर दिया। लगभग दो घंटे तक सड़क पर यातायात ठप रहा। इस दौरान परिजन जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर थाना इंस्पेक्टर राजू कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास और महादेवा थाना प्रभारी निर्भय कुमार मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। इसके बाद शव को हटवाकर सड़क पर यातायात सामान्य कराया गया।
48 घंटे पहले ही गया था जेल, मौत ने खड़ा किया सवाल
मृतक फैज अली मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर गांव का रहने वाला था। उसे दो दिन पहले चोरी के एक मामले में जेल भेजा गया था। परिजनों ने बताया कि वह पूरी तरह स्वस्थ था और किसी तरह की बीमारी नहीं थी। फैज की गर्दन पर गहरा निशान था, जिसे देखकर परिजनों ने हत्या की आशंका जताई। उनका आरोप है कि उसे साजिश के तहत मारकर फंदे से लटका दिया गया।
जेलर का दावा: नशे का आदी था बंदी, मानसिक रूप से था परेशान
जेल अधीक्षक देवाशीष सिन्हा ने बताया कि फैज ड्रग्स का आदी था और जेल में नशा नहीं मिलने के कारण मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। शुक्रवार शाम को उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद जेल में ही उसका इलाज कराया गया। शनिवार सुबह उसने जेल परिसर में पेड़ के नीचे जाकर रस्सी से फांसी लगाने की कोशिश की। ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे देख लिया और बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
परिजनों की मांग: हो न्यायिक जांच, जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध
मृतक के भाई और अन्य परिजनों ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जेल में बंदियों के पास रस्सी नहीं होती, फिर फैज के पास रस्सी कहां से आई? यह सब सोची-समझी साजिश है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना पीएमसीएच भेज दिया है।
जांच के बाद ही सामने आएगी सच्चाई
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। यह आत्महत्या है या हत्या, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही हो सकेगा।