बिहार डेस्क, केएमपी भारत, भागलपुर
सुपौल। सुपौल जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ICDS कार्यालय में पदस्थापित जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (DPO) शोभा सिन्हा और कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार को घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। गुरुवार को जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देश पर जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में पुलिस अधीक्षक आरएस शरथ के नेतृत्व में विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया।
25 हजार की मांग पर हुई कार्रवाई,नवनियुक्त महिला सुपरवाइजरों से वसूली जा रही थी रकम
ICDS कार्यालय द्वारा हाल में नियुक्त 15 महिला पर्यवेक्षिकाओं से प्रति व्यक्ति ₹25,000 की अवैध राशि की मांग की जा रही थी। यह सूचना जिलाधिकारी को बुधवार को ही मिली थी, जिसके बाद उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए छापेमारी का आदेश दिया। छापेमारी के दौरान कार्यालय से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई, जो प्राथमिक जांच में आरोपों की पुष्टि करती है।
चार घंटे तक चला सघन छापा, डीएम, एसपी, एसडीएम की टीम रही मौजूद
करीब चार घंटे तक चले इस अभियान में डीएम के साथ एसपी आरएस शरथ, एसडीएम इंद्रवीर कुमार और बीडीओ समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कार्यालय परिसर में जैसे ही छापेमारी शुरू हुई, हड़कंप मच गया। समाहरणालय के अन्य कार्यालयों के कर्मी भी बाहर निकल आए और स्थिति को देखने लगे।
महिला पर्यवेक्षिकाओं ने किया खुलासा, राशि नहीं देने पर बहाली रद्द करने की दी जा रही थी धमकी
जिन महिला पर्यवेक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र 20 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री के हाथों सौंपा गया था, उनसे DPO द्वारा गुरुवार को 25 हजार रुपये लाने को कहा गया था। इनमें से कुछ ने छापेमारी के दौरान स्वीकार भी किया कि उनसे वसूली की जा रही थी।
चेहरा ढँक कर बाहर निकाली गईं DPO, लोगों में प्रशासन के प्रति बढ़ा विश्वास
गिरफ्तार DPO शोभा सिन्हा को साड़ी से चेहरा ढंककर कार्यालय से बाहर लाया गया। यह दृश्य पूरे समाहरणालय परिसर में चर्चा का विषय बन गया। शोभा सिन्हा पहले भी कई अनियमितताओं को लेकर चर्चा में रही हैं, लेकिन यह पहली बार है जब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ डीएम का कड़ा संदेश, जिले भर में हो रही सराहना
इस कार्रवाई से आम नागरिकों और चयनित महिला कर्मियों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। डीएम सावन कुमार की पहल को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक साहसिक और निर्णायक कदम माना जा रहा है। जिले के अन्य भागों के लोग अब ऐसे अभियान और जगहों पर भी चलाने की मांग कर रहे हैं।