मुख्य सरगना अली अहमद, महिलाओं को बना रखा था ठगी का हथियार
सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l मुजफ्फरपुर
बेतिया | अजय शर्मा
मैनाटांड़ थाना पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी शादी कराने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने छापेमारी कर इस गिरोह से जुड़े कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पांच पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं।
एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बगहा और बेतिया इलाके में एक गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह विधुर और भोले-भाले लोगों को शादी कराने का लालच देकर उनसे मोटी रकम वसूलता था। शादी के बाद “दुल्हन” बने गिरोह की महिलाएं पति के घर से सामान और नकदी लेकर फरार हो जाती थीं।
गिरफ्तार लोगों में मैनाटांड़ थाना क्षेत्र के बौद्ध बरवा निवासी अली अहमद को इस पूरे नेटवर्क का सरगना बताया गया है। इसके अलावा लौरिया के प्रमेश राम, शिकारपुर के राजा पांडेय, भंगहा के नंदकिशोर राम, बगहा के मनोज साह समेत चार महिलाएं शामिल हैं।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह केवल पश्चिम चंपारण ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी सक्रिय था। शादियों में शामिल की जाने वाली महिलाएं पहले से शादीशुदा होती थीं और सिर्फ ठगी करने के लिए इस्तेमाल की जाती थीं।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने गिरोह के पास से एक बोलेरो, दो बाइक और नौ मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। मोबाइल की जांच में कई और सदस्यों की संलिप्तता सामने आने की संभावना है। फिलहाल गिरफ्तार सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में मैनाटांड़ थानाध्यक्ष शंभु शरण गुप्ता, शिकारपुर थानाध्यक्ष ज्वाला कुमार सिंह, एसआई अनिता कुमारी समेत कई पुलिस अधिकारी और जवान शामिल रहे।
पुलिस का संदेश
एसडीपीओ ने लोगों से अपील की है कि किसी भी शादी या रिश्ते के नाम पर पैसा देने से पहले पूरी तरह से जांच-पड़ताल जरूर करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सतर्कता ही सुरक्षा है।