ब्रिलिएंट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में रक्षाबंधन पर्व पर विशेष कार्यक्रम, बच्चों ने गीत, नृत्य व नाटिका से बांधा समा
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
बिहारशरीफ | अविनाश पांडेय
रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर बिहारशरीफ के प्रतिष्ठित विद्यालय ब्रिलिएंट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विशाल सभागार में हर्षोल्लास का माहौल देखने को मिला। छोटे-छोटे बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीत, नृत्य और नाटिका प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। सभागार तालियों की गूंज से बार-बार गूंजता रहा।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल भाई-बहन के बीच राखी बांधने की परंपरा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे, पर्यावरण संरक्षण, सैनिकों के प्रति सम्मान और सामाजिक मूल्यों की रक्षा को भी ‘रक्षासूत्र’ में पिरोने का संदेश दिया गया।
डायरेक्टर बोले – राखी अब भाई-बहन से आगे, समाज और प्रकृति की रक्षा का प्रतीक
विद्यालय के डायरेक्टर डॉ. धनंजय कुमार ने कहा, “रक्षाबंधन एक ऐसा बंधन है जो भाई-बहन, गुरु-शिष्य, सेना, पर्यावरण और समाज के आपसी भाईचारे को जोड़ता है। रक्षा सूत्र बांधना केवल रिश्तों तक सीमित नहीं, बल्कि मूल्यों और जिम्मेदारियों की रक्षा का भी प्रतीक है।”
अध्यक्ष ने दिया पौधों को ‘रक्षा सूत्र’ बांधने का संदेश
विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. शशी भूषण कुमार ने कहा कि भारत विभिन्न धर्मों और संप्रदायों का संगम है। सावन पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह पर्व सेवा, त्याग और संरक्षण का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि विद्यालय की ओर से ‘प्रकृति की ओर चले’ मुहिम के तहत लगाए गए पौधों को इस अवसर पर रक्षा सूत्र बांधने और उन्हें सुरक्षित रखकर वृक्ष बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा, “आने वाली पीढ़ियों और मानव जाति के अस्तित्व के लिए पर्यावरण की रक्षा सबसे बड़ा रक्षाबंधन है।”
विद्यालय की परंपरा – गुरु और साथियों की कलाई पर राखी
प्राचार्या पुष्प लता विद्यार्थी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि विद्यालय की पुरानी परंपरा रही है कि बच्चे एक-दूसरे और शिक्षकों की कलाई पर राखी बांधते हैं, ताकि इस मानवीय पर्व की भावना पीढ़ी-दर-पीढ़ी जीवित रहे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र शामिल
इस मौके पर शिक्षकों में रंजय कुमार सिंह, पवन कुमार, विजय कुमार, किशोर कुमार पांडेय, सतीश कुमार पांडेय, गांगुली सर, राजकुमार सर, नाजिया खान, मिलन मैम, रौनक मिस, सीमा मैम, स्वाति मिस, आरती मिस, चंपा मैम, दुरछणा मैम और हिना मिस मौजूद रहे। सभी ने बच्चों का हौसला बढ़ाया और उनके प्रयासों की सराहना की।
रक्षाबंधन का यह विशेष आयोजन न सिर्फ एक त्योहार मनाने का अवसर बना, बल्कि भाईचारे, सेवा, त्याग और पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को भी मजबूती देने का माध्यम साबित हुआ।