एडवांस लेकर दूसरे को बेच देते हैं जमीन, विवाद में बढ़ रही मारपीट व गोलीबारी
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
सिवान। जिले में जमीन की रजिस्ट्री के नाम पर इन दिनों बड़ा खेल चल रहा है। दलालों और कुछ भूमि परिवर्तनों के गिरोह ने मिलकर रजिस्ट्री प्रक्रिया को आम लोगों के लिए सिरदर्द बना दिया है। आरोप है कि वे खरीदार से मोटी रकम लेने के बाद रजिस्ट्री करने में टालमटोल करते हैं। कई मामलों में तो एक ही प्लॉट को अलग-अलग लोगों को एडवांस लेकर बेचने का समझौता कर लिया जाता है।
गांवों और बाजारों में जमीन विवाद को लेकर पंचायती का दौर आम हो चुका है। जिन मामलों में समाधान नहीं निकलता, वहां तनाव बढ़कर मारपीट और कभी-कभी गोलीबारी तक पहुंच जाता है। पिछले कुछ महीनों में जिले के अलग-अलग थानों में ऐसे कई घटनाओं की खबरें सामने आई हैं, लेकिन पीड़ित अक्सर औपचारिक शिकायत दर्ज कराने से हिचकते हैं।
जानकारों का कहना है कि जमीन खरीद-बिक्री में पारदर्शिता की कमी और पंजीकरण विभाग की लचर व्यवस्था इस समस्या को बढ़ा रही है। लोग आसान प्रक्रिया और भरोसेमंद बिचौलियों के झांसे में आ जाते हैं। इसके बाद जब धोखाधड़ी का पता चलता है तो स्थानीय स्तर पर ही पंचायत बुलाकर मामला सुलझाने की कोशिश की जाती है, जो कई बार हिंसक रूप ले लेता है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया में सख्ती बरती जाए और ऐसे दलालों पर कड़ी कार्रवाई हो, जो लोगों की मेहनत की कमाई को ठग रहे हैं। पुलिस-प्रशासन यदि समय रहते कदम नहीं उठाता, तो यह जमीन विवाद जिले में कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है।






