– अधिवक्ताओं ने न्यायाधीश पर अमर्यादित भाषा व धमकी देने का लगाया आरोप
– विधिज्ञ संघ हॉल में दोपहर 1.30 बजे होगी आम सभा की बैठक
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l भागलपुर
मुंगेर कोर्ट | संतोष सहाय l परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश और अधिवक्ताओं के बीच विवाद लगातार गहराता जा रहा है। इसी मामले को लेकर विधिज्ञ संघ के महासचिव रानी कुमारी ने बुधवार को दोपहर 1.30 बजे अधिवक्ताओं की आम सभा बुलाने का नोटिस जारी किया है। यह बैठक विधिज्ञ संघ हॉल में आयोजित होगी, जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं की मौजूदगी की संभावना है।
इससे पहले 16 सितंबर को दर्जनों अधिवक्ताओं ने संयुक्त रूप से महासचिव रानी कुमारी और बिहार वार काउंसिल के सदस्य राम चरित्र प्रसाद को शिकायत पत्र सौंपा था। इसमें न्यायाधीश पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। अधिवक्ताओं का कहना है कि न्यायालय की कार्यवाही के दौरान प्रधान न्यायाधीश बार-बार अमर्यादित और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं, अधिवक्ताओं को कार्य से रोकने, ज्यादा बोलने पर उनका लाइसेंस रद्द करवाने और न्यायालय अवमानना का मुकदमा दर्ज कराने तक की धमकी भी दी जाती है।
अधिवक्ता रजनीकांत झा ने आरोप लगाया कि न्यायाधीश अपने मनमर्जी से कानून के विपरीत काम करते हैं। वहीं, बिहार वार काउंसिल के सदस्य राम चरित्र प्रसाद ने कहा कि उनकी कार्यशैली से परिवार न्यायालय में कार्यरत अधिकांश अधिवक्ता नाराज हैं। महासचिव रानी कुमारी ने बताया कि उन्होंने इस मामले में जिला जज से भी बातचीत की है और अधिवक्ताओं से बड़ी संख्या में जीबी बैठक में शामिल होने का आह्वान किया है।
पूर्व महासचिव अनिल कुमार भूषण ने कहा कि अधिवक्ताओं का सम्मान हर हाल में कायम रहना चाहिए। वहीं, अधिवक्ता ओमप्रकाश पोद्दार ने टिप्पणी की कि हाकिम होने से पहले हर कोई अधिवक्ता होता है, लेकिन उसके बावजूद यदि कोई न्यायाधीश अधिवक्ताओं के साथ असम्मानजनक व्यवहार करता है, तो यह बेहद दुखद और अस्वीकार्य है। इस विवाद ने अधिवक्ताओं और न्यायपालिका के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। अब सबकी निगाहें जीबी की बैठक पर टिकी हैं, जहां अधिवक्ता अपनी रणनीति तय करेंगे।