— वर्चस्व और दबंगई दिखाने के लिए रखते थे हथियार, इलाके में फायरिंग कर फैलाते थे दहशत
बिहार चुनाव डेस्क l केएमपी भारत न्यूज़ l पटना
अविनाश पांडेय | बिहारशरीफ
अपराध पर नकेल कसने में जुटी नालंदा पुलिस को शुक्रवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। नगरनौसा थाना क्षेत्र के बडिहा गांव में पुलिस ने छापेमारी कर तीन कंट्री मेड पिस्तौल, 17 जिंदा कारतूस, दो खोखा और तीन एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए। मौके से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक फरार बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि ये सभी आरोपी अपने इलाके में दबंगई और वर्चस्व कायम रखने के लिए हथियार रखते थे। अक्सर फायरिंग कर ग्रामीणों में दहशत फैलाया करते थे।
गुप्त सूचना पर हुई देर रात छापेमारी
नगरनौसा थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि 31 अक्टूबर की देर रात उन्हें गुप्त सूचना मिली कि बडिहा गांव में कुछ असामाजिक तत्व हथियार के साथ जुटे हैं। सूचना मिलते ही वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। इसके बाद पुलिस टीम ने गांव में छापेमारी की। पुलिस को देखते ही कुछ युवक भागने लगे, जिन्हें पीछा कर पकड़ लिया गया। तलाशी के दौरान उनके पास से तीन लोडेड देसी पिस्तौल, 17 जिंदा कारतूस, दो खाली खोखा और तीन मोबाइल फोन बरामद हुए।
दबंगई दिखाने को करते थे फायरिंग
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि वे इलाके में दबंगई दिखाने और वर्चस्व बनाए रखने के लिए हथियार रखते थे। ग्रामीणों में खौफ कायम रखने के लिए अक्सर फायरिंग भी करते थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि आरोपी देर रात गांव के आसपास हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाते थे। इससे गांव में भय का माहौल बना रहता था और कोई भी इनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करता था।
गिरफ्तार आरोपितों में दो नाबालिग भी शामिल
थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में बडिहा गांव निवासी स्वर्गीय कपिल देव प्रसाद का 55 वर्षीय पुत्र मुन्ना भगत, अशोक यादव का 25 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार, शत्रुघन कुमार, और दो नाबालिग शामिल हैं। फिलहाल सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
अपराध इतिहास की जांच जारी
पुलिस अब सभी आरोपितों के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में कुछ पुराने विवाद और धमकाने के मामलों में इनका नाम सामने आया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बरामद हथियार कहां से खरीदे गए और किन आपराधिक गतिविधियों में इनका प्रयोग हुआ है। फिलहाल बरामद हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
वरीय अधिकारियों ने की टीम की सराहना
इस सफल कार्रवाई के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक नालंदा ने नगरनौसा थाना टीम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध हथियार रखने वालों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पुलिस ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में इलाके में और भी जगहों पर छापेमारी की जाएगी ताकि अवैध हथियारों की आपूर्ति की कड़ी को तोड़ा जा सके। इस कार्रवाई के बाद इलाके में राहत का माहौल है और लोग पुलिस की सक्रियता की सराहना कर रहे हैं।






