दुर्गावती के बिछिया में खेल से निकले कई राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय विजेता, ग्रामीण बोले– यहीं रहे केंद्र
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कैमूर | अजीत कुमार
बिहार का इकलौता एकलव्य राज्य स्तरीय आवासीय कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड के बिछिया गांव से हटाने के आदेश के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी है। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण ने इसे रामगढ़ प्रखंड में स्थानांतरित करने के लिए पत्र जारी किया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह केंद्र पिछले 35 सालों से बिछिया में संचालित हो रहा है और यहां से प्रशिक्षण लेकर कई खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुके हैं। कई खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां भी मिली हैं। ऐसे में इसे हटाना खिलाड़ियों और खेल के भविष्य के लिए नुकसानदायक होगा।
रावड़ी देवी ने किया था उद्घाटन
स्थानीय लोगों ने बताया कि 1998 में तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस व्यायामशाला का उद्घाटन किया था। 2010 में राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने के लिए इस व्यायामशाला को अधिग्रहित कर एकलव्य राज्य स्तरीय आवासीय कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया। तब से यह केंद्र प्रदेशभर के प्रतिभाशाली पहलवानों के लिए प्रशिक्षण का मुख्य ठिकाना बना।
भावनाएं और पहचान दोनों जुड़ी हैं
ग्रामीणों का कहना है कि बिछिया में यह केंद्र सिर्फ खेल का स्थान नहीं, बल्कि इलाके की पहचान बन चुका है। यहां से निकलकर कई खिलाड़ी पुलिस, सेना और अन्य सरकारी विभागों में सेवाएं दे रहे हैं। इसे हटाने से न सिर्फ खिलाड़ियों का सपना टूटेगा, बल्कि गांव की खेल संस्कृति पर भी असर पड़ेगा।
स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार से मांग की है कि केंद्र को बिछिया में ही रहने दिया जाए और यहां की सुविधाओं को और आधुनिक बनाया जाए ताकि आने वाले समय में और भी खिलाड़ी राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें।