मोतिहारी में सीएसपी संचालक से 5 लाख की लूट, ग्रामीणों की हिम्मत और तत्परता से बची बड़ी वारदात
रामगढ़वा थाना क्षेत्र के पखनहिया गांव में दिनदहाड़े लूट की घटना, अपराधियों ने खेत में छिपकर की हवाई फायरिंग
बिहार डेस्क, केएमपी भारत, मुजफ्फरपुर
मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। जिले के रामगढ़वा थाना अंतर्गत पखनहिया मुसहरी गांव में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दिनदहाड़े हथियारबंद अपराधियों ने सीएसपी संचालक से 5 लाख रुपये लूट लिए। लेकिन ग्रामीणों की सजगता और साहस से न केवल अपराधी पकड़े गए बल्कि गन्ने के खेत से तीन घंटे की घेराबंदी के बाद दोनों ने पुलिस के सामने सरेंडर भी किया।
कैसे हुई लूट की वारदात
जानकारी के अनुसार पखनहिया निवासी सुनील कुशवाहा स्थानीय सीएसपी (ग्राहक सेवा केंद्र) संचालक हैं और हुंडी का भी काम करते हैं। शनिवार को वे स्टेट बैंक से 5 लाख रुपये निकालकर लौट रहे थे। इसी दौरान बंधु बरवा और पखनहिया गांव के बीच पल्सर बाइक सवार दो अपराधियों ने उन्हें हथियार दिखाकर रुपये लूट लिए।https://youtube.com/shorts/UXqwBsewiNk?si=77Jbpq4MGTWBqaD9
शोर मचाते ही दौड़े ग्रामीण, खेत में घुसे अपराधी
लूट के तुरंत बाद सुनील कुशवाहा ने शोर मचाया। खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे और अपराधियों को खदेड़ने लगे। खुद को घिरता देख अपराधी बाइक छोड़कर गन्ना के खेत में पैदल भाग गए। पकड़े जाने के डर से उन्होंने खेत के अंदर से हवाई फायरिंग भी शुरू कर दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
तीन घंटे की घेराबंदी, फिर किया सरेंडर
घटना की सूचना मिलते ही रामगढ़वा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और खेत के चारों ओर घेराबंदी शुरू की। ग्रामीणों ने भी चारों तरफ से खेत को घेर लिया। लगभग तीन घंटे की मशक्कत और समझाने-बुझाने के बाद दोनों अपराधियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
लूट का पैसा, हथियार और बाइक बरामद
पुलिस ने अपराधियों के पास से लूटे गए रुपये से भरा बैग, एक देसी पिस्तौल और पल्सर बाइक बरामद की है। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एसपी ने दी जानकारी
घटना को लेकर पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि दोनों अपराधियों ने सरेंडर कर दिया है। उनसे पूछताछ जारी है और जल्द ही और खुलासे किए जाएंगे।
ग्रामीणों की बहादुरी से टली बड़ी वारदात
इस पूरी घटना में सबसे अहम भूमिका निभाई स्थानीय ग्रामीणों ने। यदि वे सतर्कता न दिखाते और पुलिस को समय पर सूचना न देते, तो शायद अपराधी बच निकलते। ग्रामीणों की तत्परता और साहस ने पुलिस को बड़ी सफलता दिलाई।