केएमपी भारत।भगवानपुर हाट (सीवान)।
बड़कागांव पंचायत के वार्ड संख्या-02 के सदस्य जसीम अकरम हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में बसंतपुर निवासी सुलेमान मियां के पुत्र जाहिद अली को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और मोबाइल लोकेशन के आधार पर की।
खंडहर से मिला था क्षत-विक्षत शव, इलाके में मच गई थी सनसनी
22 जनवरी को बसंतपुर प्रखंड परिसर स्थित एक पुराने खंडहर से वार्ड सदस्य जसीम अकरम का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ था, जिसे जानवरों ने नोच डाला था। शव की पहचान होते ही इलाके में सनसनी फैल गई थी और बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए थे। परिजनों और ग्रामीणों ने हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी।
मोबाइल के इस्तेमाल से आरोपी तक पहुंची पुलिस
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी जाहिद अली ने वार्ड सदस्य के हत्या के बाद उनका मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया और उसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया। मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। पूछताछ में जाहिद ने हत्या की साजिश का खुलासा किया।
ड्रग्स के नशे में पैसे को लेकर हुआ विवाद, चाकू से गोदकर की हत्या
गिरफ्तार आरोपी जाहिद अली ने पुलिस को बताया कि उसका एक और दोस्त भी इस हत्याकांड में शामिल था। दोनों ने मिलकर ड्रग्स के नशे में पैसे के विवाद में जसीम अकरम की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बसंतपुर ब्लॉक के पुराने मकान के खंडहर में फेंक दिया गया ताकि किसी को शक न हो।
18 जनवरी से लापता थे वार्ड सदस्य, पत्नी ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी
जसीम अकरम 18 जनवरी से लापता थे। परिजनों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अंततः 21 जनवरी को उनकी पत्नी नाजिया बेगम ने भगवानपुर हाट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अगले ही दिन 22 जनवरी को उनका शव बरामद हुआ, जिसके बाद मामला अपहरण से बदलकर हत्या में तब्दील हो गया।
दूसरे आरोपी की तलाश में छापेमारी जारी
पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इस मामले की निगरानी की जा रही है।