भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के मोरा पकवानटोला गांव में पसरा मातम, नहाने गए थे बच्चे, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
गुड्डू सिंह, भगवानपुर हाट |
भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के मोरा पकवानटोला गांव में शुक्रवार की शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। नहाने के लिए पोखरे में उतरे गांव के तीन मासूम बच्चों की डूबने से मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिजनों की चीखें और ग्रामीणों की सिसकियाँ पूरे माहौल को गमगीन बना रही हैं।

गहरे पानी में फंसते चले गए मासूम, एक-एक कर डूबे तीनों
घटना शाम को उस समय हुई जब गांव के चेमनी के पास स्थित एक पोखरे में तीन बच्चे — बृजेश कुमार (8), अमन कुमार (10) और अजित कुमार — नहाने गए थे। जानकारी के अनुसार, तीनों ने कपड़े उतारे और पानी में छलांग लगा दी। लेकिन पोखरे की गहराई का अंदाज़ा न होने के कारण एक-एक कर तीनों बच्चे पानी में डूब गए।

रातभर चला तलाशी अभियान, तड़के मिले तीनों के शव
जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। गांव वालों की मदद से तलाशी अभियान रातभर जारी रहा। करीब 2 बजे पहला शव मिला, जबकि बाकी दो बच्चों के शव सुबह 4 बजे बरामद किए गए। शव मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। परिजन बेसुध हो गए और हर आंख से आंसू बहने लगे।
तीनों बच्चों के पिता किसान, गांव में पसरा सन्नाटा
मृत बच्चों की पहचान बृजेश कुमार (पिता: पंकज यादव), अमन कुमार (पिता: हरिकिशोर यादव) और अजित कुमार (पिता: रंगीला यादव) के रूप में हुई है। तीनों ही सामान्य ग्रामीण परिवार से थे। हादसे की खबर मिलते ही भगवानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिवान सदर अस्पताल भेजा गया।
स्कूल बंद, मातम का माहौल, ग्रामीणों ने उठाई सुरक्षा की मांग
शनिवार सुबह गांव के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया। बच्चों की मौत से गमगीन ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव के पोखरे के किनारे सुरक्षा दीवार बनाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और हर संभव सहायता का भरोसा दिया है।
नहाने की लापरवाही, बन गई जिंदगी की सबसे बड़ी भूल
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि गर्मी के दिनों में बच्चे अक्सर पोखरे में नहाने चले जाते हैं, लेकिन गहराई और सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं देता। इस हादसे ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।