सरयू की लहरों से खींच लाए जीवन… दो किशोर भाइयों ने फिर दिखाया साहस, चेयरमैन प्रतिनिधि ने किया सम्मानित
स्टेट डेस्क, केएमपी भारत, गोरखपुर

शनिवार की दोपहर बड़हलगंज-दोहरीघाट नेशनल हाईवे पुल पर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक लगभग 45 वर्षीय मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक ने अचानक पुल से सरयू नदी में छलांग लगा दी। मौके पर मौजूद नाविक भाइयों निर्भय साहनी (17) और नागेंद्र साहनी (18) ने बहते हुए युवक को देखकर बिना देर किए अपनी स्टीमर लेकर नदी में कूद पड़े और बहादुरी के साथ उसे डूबने से बचा लिया।

डूबते देख बिना देर किए नदी में दौड़ा दी नाव
मुक्तिपथ घाट पर खड़े निर्भय ने जैसे ही युवक को डूबता देखा, तुरंत अपने भाई नागेंद्र के साथ स्टीमर लेकर तेज धारा की ओर भागे। दोनों भाइयों ने जान जोखिम में डालकर काफी मशक्कत के बाद युवक को नदी से बाहर निकाला।
पहचान नहीं बता सका युवक, मानसिक स्थिति ठीक नहीं
बचाए गए युवक से जब नाम और गांव पूछा गया, तो वह कुछ बता नहीं सका। पुलिस को संदेह है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है। फिलहाल पुलिस ने उसे अपनी अभिरक्षा में लेकर इलाज और पहचान की कोशिश शुरू कर दी है।
दोनों नाविकों ने अब तक बचाई दो दर्जन से ज्यादा जानें
निर्भय और नागेंद्र साहनी नदी में डूबते लोगों को बचाने के लिए इलाके में पहले से ही जाने जाते हैं। अब तक ये दोनों 24 से अधिक लोगों की जान बचा चुके हैं।
सम्मान में आगे आए चेयरमैन प्रतिनिधि
इनकी बहादुरी से प्रभावित होकर बड़हलगंज नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि और भाजपा नेता महेश उमर ने दोनों भाइयों को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे साहसी युवाओं पर क्षेत्र को गर्व है।
पुलिस जांच में जुटी, परिवार की तलाश जारी
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को अपनी कस्टडी में ले लिया है और उसकी पहचान तथा परिजनों का पता लगाने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही युवक की पहचान कर ली जाएगी।
लोगों ने कहा— ऐसे नाविकों को सरकारी स्तर पर मिले प्रोत्साहन
स्थानीय लोगों ने मांग की कि ऐसे जांबाज नाविकों को शासन की ओर से भी सम्मान और मदद दी जानी चाहिए ताकि इनके हौसले को और बल मिल सके।