व्यापार में घाटा और कर्ज़ से तंग आकर उठाया खौफनाक कदम, छह में से एक बेटा सुरक्षित; पुलिस कर रही जांच
सेंट्रल डेस्क, केएमपी भारत, पटना
नालंदा (पावापुरी)। : नालंदा जिले के पावापुरी थाना क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां एक ही परिवार के 5 सदस्यों ने सामूहिक रूप से ज़हर खाकर जान देने की कोशिश की। घटना पावापुरी ओपी के अंतर्गत पावा गांव की है। ज़हर खाने वालों में दो नाबालिग बच्चियों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
जल मंदिर के सामने किराए के मकान में रह रहा था परिवार
पीड़ित परिवार मूल रूप से शेखपुरा जिले के पूरनकामा गांव का रहने वाला है। मृत व घायल लोगों की पहचान 40 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार, उनकी पत्नी 38 वर्षीय सोनी कुमारी, 16 वर्षीय बेटी दीपा कुमारी, 14 वर्षीय बेटी अरिका कुमारी और 15 वर्षीय बेटा शिवम कुमार के रूप में हुई है। यह परिवार पिछले छह महीनों से पावापुरी में जल मंदिर के सामने किराए के मकान में रह रहा था।
व्यापार में लगातार घाटा, 5 लाख का कर्ज बना वजह
सूत्रों के अनुसार धर्मेंद्र कुमार ने पावापुरी में कपड़े की एक दुकान खोली थी, लेकिन लगातार घाटे और बढ़ते कर्ज़ ने पूरे परिवार को मानसिक तनाव में डाल दिया था। बताया जा रहा है कि उन पर लगभग पाँच लाख रुपये का कर्ज हो गया था। इसी आर्थिक और मानसिक दबाव में आकर पूरे परिवार ने सल्फास खा लिया।
दो बच्चियों की मौत, बाकी की हालत गंभीर
घटना की सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी सुनील कुमार, पावापुरी ओपी प्रभारी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। सभी पीड़ितों को तत्काल विम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों के अनुसार सभी की हालत चिंताजनक बनी हुई है। वहीं दो नाबालिग बेटियों की मौत की खबर पुलिस सूत्रों से मिल रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
छोटा बेटा सुरक्षित, पुलिस की निगरानी में
धर्मेंद्र कुमार का छोटा बेटा ज़हर नहीं खाया था, जिससे उसकी जान बच गई है। वह फिलहाल पुलिस की निगरानी में है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच कर रही है। https://youtu.be/7jvhlR846eM?si=aCZEJMppgJJ5l3xn
डीएसपी ने कहा – “मामला संवेदनशील, जांच जारी है”
राजगीर डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि यह घटना बेहद संवेदनशील है और पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में व्यापार में घाटा और आर्थिक तंगी को प्रमुख कारण माना जा रहा है।