रघुनाथपुर में जनसभा को किया संबोधित, बोले – लालू अपने बेटे को राजा बनाना चाहते हैं, आपके बच्चे गुजरात में मजदूरी कर रहे
बिहार डेस्क, केएमपी भारत, पटना
सीवान (रघुनाथपुर)।
बिहार बदलाव यात्रा के तहत सीवान पहुंचे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को किसान मजदूर उच्च विद्यालय के खेल मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। भीड़ से खचाखच भरे मैदान में प्रशांत किशोर ने बिहार के युवाओं और उनके भविष्य को लेकर कई बड़े ऐलान किए।
उन्होंने कहा, “इस बार वोट मंदिर, जाति या चेहरा देखकर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को देखकर करें। अगर आप बदलाव नहीं करेंगे, तो आपके बच्चों की किस्मत फैक्ट्रियों में मजदूरी करते हुए ही कटेगी।”
बिहार से पलायन रोकने का वादा, बोले – छठ के बाद राज्य में होगा 10-12 हजार रुपये के रोजगार का इंतजाम
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोग दशकों से नेताओं के बहकावे में आकर वोट देते रहे हैं। कभी मंदिर के नाम पर, कभी जाति के नाम पर। लेकिन अब वक्त आ गया है कि लोग अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए फैसला लें। उन्होंने ऐलान किया, “इस बार बिहार में बदलाव की आखिरी छठ और दीवाली होगी। इसके बाद युवाओं को गुजरात या महाराष्ट्र की फैक्ट्रियों में मजदूरी करने नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें यहीं 10 से 12 हजार रुपये की नौकरी दी जाएगी।”
लालू परिवार पर सीधा हमला, कहा – 9वीं फेल बेटे को बनाना चाहते हैं राजा, और आप अपने बच्चों को मजदूरी के लिए भेज रहे
प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं है, फिर भी वो उसे राजा बनाना चाहते हैं। और दूसरी तरफ आप हैं, जिनके बच्चे बीए, एमए तक पढ़ चुके हैं, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है।” उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या वे अपने पढ़े-लिखे बच्चों को मजदूर ही बनाना चाहते हैं या उनके लिए बिहार में बेहतर भविष्य देखना चाहते हैं?
जन सुराज की नई घोषणाएं – बुजुर्गों को पेंशन, बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा
सभा के दौरान प्रशांत किशोर ने दो अहम घोषणाएं कीं:
- दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को ₹2000 की मासिक पेंशन दी जाएगी।
- 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में भी मुफ्त शिक्षा दी जाएगी, जब तक सरकारी स्कूलों में सुधार नहीं हो जाता।उन्होंने कहा, “गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम में पढ़ेगा और उसके भविष्य की नींव मजबूत होगी। शिक्षा और सम्मान सिर्फ अमीरों का हक नहीं है।”
तीन साल की मेहनत का दावा, कहा – कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा, अब खुद सोचिए
प्रशांत किशोर ने कहा कि वो पिछले तीन सालों से गांव-गांव घूमकर लोगों से मिल रहे हैं और बिहार की हकीकत समझ रहे हैं। उन्होंने जनता से कहा, “अब वक्त आ गया है कि आप खुद फैसला लें। कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा। वो सिर्फ अपने परिवार को राजा बनाना चाहता है।” सभा के अंत में उन्होंने लोगों से अपील की कि इस बार वोट देने से पहले सिर्फ एक बात सोचिए – क्या आपके बच्चों का भविष्य बिहार में बन सकता है?