बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कैमूर | अजीत कुमार
आस्था और श्रद्धा का अनोखा संगम देखने को मिला जब बागपत (मेरठ) के सिंधावली निवासी शंकर नामक शिवभक्त शनिवार को कांवड़ लेकर दुर्गावती क्षेत्र स्थित एनएच-19 से गुजरते हुए कैमूर पहुँचे। वे 12 ज्योतिर्लिंगों की पदयात्रा पर निकले हैं। बातचीत में शंकर ने बताया कि इस यात्रा का कोई निजी स्वार्थ नहीं है। उनका मकसद सिर्फ धर्म और संस्कृति की महिमा का प्रसार, देश का विकास और समाज का कल्याण है।
अब तक शंकर करीब 1400 किलोमीटर की कठिन पदयात्रा पूरी कर चुके हैं। यात्रा के दौरान वे केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, इलाहाबाद और काशी विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब उनका अगला पड़ाव झारखंड का देवघर है, जहाँ वे बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक करेंगे।
गौरतलब है कि हिन्दू धर्मग्रंथों के अनुसार देशभर में 12 स्थानों पर स्थापित शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंग माना गया है। इनमें काशी विश्वनाथ, बाबा बैद्यनाथ, सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, नागेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, केदारनाथ और रामेश्वरम प्रमुख हैं। मान्यता है कि प्रतिदिन इन 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण करने से पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सिद्धि की प्राप्ति होती है।
आस्थावान शंकर का कहना है कि शिवजी के पवित्र धामों के दर्शन कर वे अपने जीवन को धन्य बनाना चाहते हैं।