डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
बिहारशरीफ (अविनाश पांडेय)।
नालंदा जिले के रहुई थाना क्षेत्र के शिवनंदननगर गांव में बेघर हुए दर्जनों दलित परिवारों से पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव मंगलवार को मिले। पीड़ितों से बातचीत के बाद सांसद ने बिना वैकल्पिक व्यवस्था के घर तोड़े जाने को “घोर अन्याय” बताते हुए सरकार और जिला प्रशासन पर कड़ा सवाल खड़ा किया।
“पहले जमीन और घर की व्यवस्था करें सरकार”
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सरकार पहले गांव के सभी दलित परिवारों को पांच डिसमिल जमीन और मकान निर्माण के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए, उसके बाद ही कोई कार्रवाई करे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे खुद बुलडोजर के सामने खड़े होंगे और इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे।
पीड़ितों को दी आर्थिक सहायता, बेटी के विवाह में मदद का ऐलान
मुलाकात के दौरान सांसद ने हर परिवार की समस्याएं सुनीं और अपनी ओर से दर्जनों परिवारों को 10-10 हजार रुपये की तत्काल सहायता दी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इन परिवारों की बेटियों के विवाह के समय भी वह आर्थिक सहयोग करेंगे। उनके इस कदम से पीड़ितों में राहत और उम्मीद की भावना दिखी।
प्रशासन से की पुनर्वास की मांग
सांसद ने डीएम और जिला प्रशासन से तत्काल बातचीत कर अस्थायी आवास, राशन, पानी और बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दलित परिवारों के साथ किसी भी तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
“बिना व्यवस्था घर तोड़ना अमानवीय”
स्थानीय नेता दानवीर ने भी कहा कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था गरीबों के घर तोड़ना असंवैधानिक है।
मौके पर सांसद पप्पू यादव दलित समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन करते भी नज़र आए। राकेश यादव, मनीष यादव, मुकेश पासवान सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।






