केंद्र सरकार से टीम भेजकर नुकसान का आकलन करने और राहत देने की मांग
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
महाराजगंज (सीवान)।
महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने लोकसभा में नियम-377 के तहत भारी जलवृष्टि से किसानों को हुए व्यापक नुकसान का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। सांसद ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के असर से इस बार मानसून समाप्त होने के बाद भी बिहार में कई दिनों तक लगातार बारिश होती रही, जिससे विशेषकर सारण प्रमंडल व महाराजगंज क्षेत्र के किसानों की फसलें बर्बादी के कगार पर पहुंच गईं।
उन्होंने सदन को बताया कि बिहार की कुल 56.03 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से करीब 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल सारण प्रमंडल में आता है, जहां के किसान पूरी तरह खेती पर निर्भर हैं। भारी जलवृष्टि ने खरीफ फसल को लगभग पूरी तरह नष्ट कर दिया है, जबकि रबी की बुआई भी गम्भीर रूप से प्रभावित हुई है। इस कारण किसानों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है और उनकी आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय होती जा रही है।
सांसद सीग्रीवाल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि एक उच्च स्तरीय टीम बिहार भेजकर नुकसान का वास्तविक आकलन कराया जाए। साथ ही प्रभावित किसानों को आपदा प्रबंधन मद के तहत आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे फिर से कृषि कार्य पटरी पर ला सकें। उन्होंने कहा कि किसानों की आय का प्रमुख साधन कृषि ही है, ऐसे में केंद्र सरकार का त्वरित हस्तक्षेप बेहद आवश्यक है।






