वैकल्पिक व्यवस्था की मांग पर अड़े दुकानदार, बोले—‘बुलडोजर चले उससे पहले परिवार के लिए ठिकाना बताया जाए’
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l मुजफ्फरपुर
बेतिया। अजय शर्मा
पश्चिम चम्पारण के बेतिया पावर हाउस स्थित दर्जनों दुकानों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चलने वाला है। जिला प्रशासन ने सभी दुकानों को तोड़ने का नोटिस जारी कर दिया है, जिसके बाद से दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन का कहना है कि यह दुकानें अवैध रूप से बनी हैं और जल्द ही इन्हें हटाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर, दुकानदार प्रशासन के फैसले का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन अपने परिवार के भरण–पोषण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग उठा रहे हैं।
दुकानदारों का कहना है कि नगर परिषद के द्वारा आवंटित दुकानें पावर हाउस के पास लगाई गई थीं, जहां से वे वर्षों से अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं। उनका कहना है कि अचानक बिना किसी स्थायी व्यवस्था के तोड़ने का नोटिस देना सरकार की नाइंसाफी है। दुकानदार विनोद कुमार ने बताया कि “हम लोग बरसों से आवंटित दुकान का किराया जमा करते आ रहे हैं। अगर दुकान टूट गई तो हमारे सामने भुखमरी की नौबत आ जाएगी। इसलिए प्रशासन पहले वैकल्पिक जगह उपलब्ध कराए।”
वहीं दुकानदार संजय कुमार ने आरोप लगाया कि उनके साथ सौतेलापन बरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि “हम लोग तोड़ने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन परिवार कैसे चलेगा इसका समाधान पहले दिया जाए।” दुकानदार सोनू कुमार सोनी का कहना है कि सरकार यदि दुकानें हटाना चाहती है तो साथ ही नए स्थान की व्यवस्था कर दे ताकि उनके परिवार की आजीविका प्रभावित न हो।
सभी दुकानदारों ने संयुक्त रूप से जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर उनके सामने आ रही समस्या से अवगत कराया है और न्याय की गुहार लगाई है। दुकानदारों ने साफ कहा कि वे कानून का पालन करने को तैयार हैं, लेकिन प्रशासन उनकी मूल मांग—वैकल्पिक व्यवस्था—को नजरअंदाज न करे।






