थाना के पास ही सुरक्षित नहीं बैंक ग्राहक
सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कैमूर l अजीत कुमार


कैमूर में चोरों और ठगों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने भभुआ सदर थाना से महज 50 मीटर की दूरी पर एटीएम फ्रॉड की बड़ी वारदात को अंजाम दे डाला। दुर्गावती प्रखंड के समन्वयक संतोष कुमार गौतम के खाते से एटीएम कार्ड के जरिए 46,500 रुपए उड़ा लिए गए। पीड़ित के आवेदन के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एटीएम में फंसा कार्ड, फोन पर मिली गलत जानकारी
प्रखंड समन्वयक संतोष कुमार गौतम ने बताया कि वे गया जिला के बोधगया थाना क्षेत्र के बतसपुर गांव के निवासी हैं और फिलहाल कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड में समन्वयक पद पर कार्यरत हैं। वे भभुआ शहर के वार्ड नंबर 18 में परिवार के साथ रहते हैं।
उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को भभुआ थाना के पास स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे। एटीएम में कार्ड डालने और प्रक्रिया पूरी करने के बावजूद पैसा नहीं निकला और कार्ड मशीन में फंस गया। कई प्रयासों के बाद भी कार्ड बाहर नहीं आया।

इसके बाद उन्होंने मशीन पर लिखे नंबर 7764883218 पर फोन किया। फोन रिसीव करने वाले ने उन्हें बताया कि एकता चौक एसबीआई बैंक के पास कैश भरने वाली गाड़ी खड़ी है। वहां संपर्क करने पर कार्ड निकल जाएगा। लेकिन जब वे एकता चौक पहुंचे तो वहां कोई गाड़ी नहीं थी।
पांच बार में निकाले 46,500 रुपए
पीड़ित ने बताया कि उन्हें शक होने लगा कि कोई धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने तुरंत कस्टमर केयर से संपर्क कर अपने खाते को अस्थायी रूप से बंद कराया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। खाते से पांच अलग-अलग बार में कुल 46,500 रुपए की निकासी हो चुकी थी। जब वे दोबारा एटीएम पहुंचे तो पाया कि उनका कार्ड बाहर निकाला जा चुका था और मशीन में किसी अन्य का एटीएम कार्ड फंसा हुआ था।
पीड़ित ने थाने में दी लिखित शिकायत
संतोष कुमार गौतम ने भभुआ थाना में लिखित शिकायत दी है। उनका कहना है कि किसी अनजान शख्स ने तकनीक का सहारा लेकर उनके एटीएम कार्ड का दुरुपयोग किया और पैसे निकाल लिए।
पुलिस ने आवेदन मिलने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे और जल्द ही ठगों तक पहुंच बनाई जाएगी।
बैंक ग्राहकों को चेतावनी
यह मामला एक बड़ी चेतावनी है कि एटीएम में कार्ड फंसने या कोई समस्या आने पर ग्राहक को सीधे संबंधित बैंक शाखा से संपर्क करना चाहिए। मशीन पर लिखे किसी भी अज्ञात नंबर पर फोन करना ठगों के जाल में फंसने जैसा है।