गैंग राइवलरी के लिए झारखंड का गिरोह नालंदा से खरीद रहा था हथियार, 5 तस्कर गिरफ्तार; सुरक्षा एजेंसियों को दी जाएगी पूरी जानकारी
सेन्ट्रल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
बिहारशरीफ (नालंदा) से अविनाश पांडेय की रिपोर्ट। नालंदा पुलिस और पटना STF की संयुक्त कार्रवाई में जिले में हथियार तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने पांच पिस्टल, 11 मैगजीन, अत्याधुनिक हथियार AK-47 के 153 जिंदा कारतूस, 6 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, एक स्कॉर्पियो वाहन और 24 हजार रुपए नकद बरामद किए हैं। इस मामले में पुलिस ने फिलहाल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
नालंदा के पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गिरोह के बीच आपसी रंजिश और गैंग राइवलरी को लेकर झारखंड के जमशेदपुर का एक इंटरेस्टेड गैंग नालंदा से हथियार और कारतूस की खरीददारी कर रहा था। इसी सूचना के आधार पर STF और नालंदा पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया और बड़ी सफलता हासिल की।
कुख्यात हथियार तस्कर परवेज आलम पर थी पुलिस की नजर
एसपी भारत सोनी ने बताया कि कुख्यात हथियार तस्कर परवेज आलम की गिरफ्तारी को लेकर लंबे समय से नालंदा पुलिस इंटेलिजेंस के जरिए निगरानी कर रही थी। कई जगहों पर छापेमारी भी की गई थी। इसी क्रम में 17 दिसंबर 2025 की सुबह पटना STF से इनपुट मिला कि परवेज बिहारशरीफ के सोहन कुआं इलाके में एक मकान में आने वाला है। सूचना मिलते ही गठित पुलिस टीम ने मकान की घेराबंदी कर फर्स्ट फ्लोर की तलाशी ली, जहां से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किए गए।
इन पांच आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र के गौरागढ़ मोहल्ला निवासी स्वर्गीय अब्दुल हफीजुद्दीन के पुत्र परवेज आलम, पूर्वी सिंहभूम (झारखंड) के मानगो थाना क्षेत्र के आजाद नगर निवासी शहजाद खान के पुत्र जियारजई, स्वर्गीय मुस्तकीम के पुत्र मोहम्मद मेहबूब उर्फ टिंकू, साकची थाना क्षेत्र के जाहिद हुसैन और कदमा थाना क्षेत्र के उलिगांव निवासी सौरभ झा को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार परवेज आलम का वर्ष 2013 से आपराधिक इतिहास रहा है, जबकि अन्य आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों को दी जाएगी जानकारी, आगे और गिरफ्तारियां संभव
एसपी ने कहा कि AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार के कारतूस मिलने का मामला गंभीर है। इसकी पूरी जानकारी देश की सुरक्षा एजेंसियों को उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि गहन जांच हो सके। साथ ही हथियार तस्करों के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि यह गिरोह और किन-किन लोगों को हथियार सप्लाई करता था। आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर पुलिस अधीक्षक नुरुल हक समेत लहेरी थाना की पुलिस टीम मौजूद रही।






