सती घाट से निकली भव्य कलश यात्रा, रामरेखा घाट पर हुआ समापन
केएमपी भारत। बक्सर
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर बक्सर की पावन धरती पर श्रीमद्भागवत कथा का भव्य और दिव्य आयोजन गुरुवार से आरंभ हो गया। यह सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान 3 जुलाई से 9 जुलाई तक चलेगा, जिसका समापन 10 जुलाई को विशाल भंडारे के साथ किया जाएगा।
भक्ति में रंगी सड़कों पर कलश यात्रा का नजारा
गुरुवार को कथा के आरंभ से पूर्व सती घाट से एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यह यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए रामरेखा घाट पर संपन्न हुई। कलश यात्रा में सैकड़ों महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए। सिर पर कलश लिए श्रद्धालुओं की कतारों ने मानो बक्सर की सड़कों को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
कथावाचक आचार्य धर्मेन्द्र जी महाराज कराएंगे अमृतवाणी का रसपान
इस कथा का वाचन प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु आचार्य श्री धर्मेन्द्र जी महाराज द्वारा किया जा रहा है। वे पूर्व कुलपति पीठाधीश्वर त्रिदंडी स्वामी सेवा आश्रम, ब्रह्मापुर, बक्सर से जुड़े हुए हैं। उनकी वाणी से भक्तों को प्रतिदिन शाम 3 बजे से 7 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कराया जाएगा।
धार्मिक आयोजन में संतों की गरिमामयी उपस्थिति
इस पावन अवसर पर महंत सुरेंद्र जी महाराज (लाल बाबा आश्रम) एवं ब्रह्मचारी जी की उपस्थिति आयोजन को दिव्यता प्रदान कर रही है। इनकी मौजूदगी से श्रद्धालुओं के मनोबल में और अधिक उत्साह का संचार हुआ है।
स्थानीय समाजसेवियों और नेताओं का आयोजन में अहम योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधि सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से
आजाद सिंह राठौर (जदयू नेता), नीरज कुमार सिंह, बबलू तिवारी, टूना बाबा, रणधीर व्यास, जहाज बाबा, सुरेंद्र वर्मा, अनंत वर्मा, लल्लू वर्मा, दिलीप वर्मा, राजू वर्मा, संतोष कुमार, एवं सत्यनारायण जी जैसे नाम सम्मिलित हैं।
भक्ति और अध्यात्म का बनेगा ऐतिहासिक केंद्र
यह आयोजन बक्सर में भक्ति, श्रद्धा और अध्यात्म की नई ऊर्जा का संचार करेगा। आगामी दिनों में श्रद्धालुओं की बढ़ती उपस्थिति यह दर्शाएगी कि बक्सर एक बार फिर धर्म और संस्कृति का केंद्र बनकर उभर रहा है।
3 से 9 जुलाई तक कथा | 10 जुलाई को विशाल भंडारा | शाम 3 बजे से 7 बजे तक कथा वाचन