घटना के बाद जादोपुर चौक रणक्षेत्र में तब्दील, प्रशासन ने मोर्चा संभाल हालात किए काबू में
बिहार डेस्क l केएमपी भारत न्यूज़ l पटना
गोपालगंज, संवाददाता – अनुज कुमार पांडेय । रविवार देर शाम गोपालगंज शहर के जादोपुर चौक के पास उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक पुलिस गश्ती वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे ठेला दुकानों में जा घुसा। हादसा इतना जबरदस्त था कि तीन ठेला दुकानदार गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद घटनास्थल पर देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई और माहौल तनावपूर्ण बन गया।
अनियंत्रित पुलिस जीप ने ठेला दुकानों को रौंदा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ग्रामीण पुलिस इंस्पेक्टर का गश्ती वाहन तेज रफ्तार में जादोपुर चौक से गुजर रहा था। इसी दौरान वाहन का नियंत्रण चालक से छूट गया और सड़क किनारे लगी दुकानों में जा घुसा। तीन दुकानदार—नंदू कुमार चौहान (निवासी लखपतियां मोड़), आयशन अली (निवासी एकडे़रवा) और राज हुसैन—गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने नंदू और आयशन की हालत नाजुक बताते हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
अफवाहों से भड़की भीड़, पुलिस जीप में लगाई आग
हादसे के तुरंत बाद इलाके में अफवाह फैल गई कि तीनों दुकानदारों की मौके पर ही मौत हो गई है। मौत की झूठी खबर सुनते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। देखते ही देखते भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग के सर्विस रोड को जाम कर दिया और हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस की क्षतिग्रस्त जीप पर पथराव किया, उसे तोड़ा और बाद में आग के हवाले कर दिया। कुछ ही देर में पूरा चौक रणक्षेत्र में बदल गया।
भीड़ को काबू में करने के लिए छोड़े गए आंसू गैस के गोले
सूचना मिलते ही SDPO प्रांजल के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ के बेकाबू होने पर पुलिस ने पहले समझाने की कोशिश की, लेकिन जब हालात नहीं संभले, तो आंसू गैस के गोले छोड़े गए। उग्र लोगों को तितर-बितर करने के लिए अग्निशमन विभाग ने पानी की बौछारें भी कीं। पुलिस ने बाद में हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित किया। घटना के दौरान कई घंटे तक पूरे क्षेत्र में तनाव बना रहा।
DM-SP ने संभाला मोर्चा, दिया कार्रवाई का भरोसा
घटना की सूचना पर जिला अधिकारी पवन कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित और सीओ रजत बरनवाल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने उग्र लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया। प्रशासन ने इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर जादोपुर चौक को पुलिस छावनी में बदल दिया है।
अफवाहों ने बिगाड़ा माहौल, पुलिस ने की अपील
घटना के बाद तरह-तरह की अफवाहें फैलने लगीं। किसी ने कहा कि तीनों दुकानदारों की मौत हो गई, तो किसी ने यह भी अफवाह फैलाई कि भीड़ ने दो पुलिसकर्मियों की पिटाई कर हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने इन सभी बातों को पूरी तरह गलत बताया है। SP अवधेश दीक्षित ने कहा, “तीनों घायल जीवित हैं और उनका इलाज चल रहा है। किसी पुलिसकर्मी की मौत नहीं हुई है। अफवाह फैलाने वालों की पहचान की जा रही है।”
स्थिति नियंत्रण में, जांच जारी
फिलहाल जादोपुर चौक पर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर क्षेत्र में शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और सहयोग करें। घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है जो यह पता लगाएगी कि आखिर पुलिस वाहन नियंत्रण से कैसे बाहर हुआ और क्या इसमें लापरवाही बरती गई थी।






