दिल्ली में सम्मानित होने के बाद सिवान में हुआ वैश्य समाज द्वारा भव्य स्वागत, संगीत प्रेमियों में उमड़ा उत्साह
सांसद मनोज तिवारी के हाथों दिल्ली में सम्मानित हुए थे शंभु सोनी
वैश्य समाज ने होटल भगवान पैलेस में किया स्वागत, भाजपा नेत्री रूपल आनंद ने कहा – “सिवान की धरती प्रतिभाओं से परिपूर्ण”
केएमपी भारत। सिवान
4 जुलाई की रात नगर के प्रतिष्ठित होटल भगवान पैलेश के सभागार में एक ऐतिहासिक क्षण गूंज उठा, जब वैश्य समाज ने सिवान के सुपुत्र, ख्यातिप्राप्त संगीतकार शंभु सोनी के सम्मान में एक विशाल समारोह का आयोजन किया। हाल ही में दिल्ली के प्रतिष्ठित कार्यक्रम में रूट केयर फाउंडेशन द्वारा सांसद मनोज तिवारी के हाथों शंभु सोनी को सम्मानित किया गया था। इस उपलब्धि से सिवान का नाम राष्ट्रीय फलक पर चमक उठा, जिससे शहरवासियों में गौरव और खुशी की लहर दौड़ गई।

कला और संस्कार का उत्सव बना कार्यक्रम
शंभु सोनी के स्वागत में अनेक समाजसेवी और कला प्रेमियों ने उन्हें अंग वस्त्र और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।
इस अवसर पर भाजपा नेत्री रूपल आनंद ने अपने भावभीने संबोधन में कहा –”सिवान की धरती ने एक से बढ़कर एक रत्न दिए हैं, और आज शंभु सोनी जैसे संगीतकार को सम्मानित करते हुए मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।”
भाईचारे और गर्व के रंग में रंगा मंच
कार्यक्रम में पंकज सोनी ने अपने छोटे भाई शंभु को सम्मानित होते देख गर्व की अनुभूति जताई। उन्होंने कहा –
“शंभु मेरा छोटा भाई है, पर उसकी उपलब्धि ने हम सबका सिर ऊँचा कर दिया है।”
इस्कॉन सामाजिक संगठन की सचिव प्रीति सराफ ने मंच पर संगीत के दो पंक्तियाँ गाकर शंभु सोनी का स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
जिले के गणमान्य लोगों ने की शिरकत
सम्मान समारोह में पूर्व पार्षद लीशा लाल, राजन जी, साहू समाज के जिला अध्यक्ष अरुण गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष राहुल तिवारी, रौशन जायसवाल, आनंद सोनी, डॉ. रामेश्वर कुमार सिंह, डॉ. अली असगर सिवानी, मानवाधिकार बिहार के अध्यक्ष अभिषेक कुमार साहू, डॉ. के एहतेशाम, राजेन्द्र कुमार, मुन्ना जी, और गणेश सोनी सहित अनेक गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
रूपल आनंद और विकास कुमार ने सभी अतिथियों को किया सम्मानित
समारोह के अंत में रूपल आनंद एवं विकास कुमार की जोड़ी ने मंच से सभी अतिथियों को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
शंभु सोनी ने मंच से भावुक होते हुए कहा –
“सिवान की माटी ने मुझे जो संस्कार और पहचान दी है, वही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। मैं सभी अतिथियों का नमन करता हूं।”
संगीत से सजी सिवान की शाम, शंभु की उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहा शहर
यह समारोह न केवल एक व्यक्ति का सम्मान था, बल्कि सिवान की सांस्कृतिक विरासत और सामूहिक गौरव का उत्सव बन गया। शंभु सोनी की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।