सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कैमूर (अजीत कुमार)।
दरभंगा में शुरू हुआ भाजपा–कांग्रेस विवाद अब कैमूर पहुंच गया है। शुक्रवार को भभुआ शहर की सड़कों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला और बीजेपी पर कांग्रेस जिला पार्टी कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ और कार्यालय सचिव से मारपीट करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया हमला करने का आरोप
कांग्रेस जिला अध्यक्ष राधेश्याम कुशवाहा ने बताया कि गुरुवार की शाम भाजपा युवा मोर्चा के दर्जनों कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का झंडा लेकर कांग्रेस कार्यालय ‘शहीद भवन’ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी मुर्दाबाद और भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाए। कुशवाहा के अनुसार, कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के दरवाजे और कुर्सियां तोड़ दीं, राहुल गांधी और अन्य नेताओं की तस्वीरें फाड़ दीं और राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले चबूतरे को भी नुकसान पहुंचाया।
कार्यालय सचिव महेंद्र राम ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें पीटा गया और मौके पर ही राहुल गांधी का पुतला जलाया गया। बाद में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की अगुवाई में पार्टी ने भभुआ थाना पहुंचकर आवेदन दिया और 12 नामजद समेत दर्जनों लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
आक्रोश मार्च से गूंजी भभुआ की सड़कें
कार्यालय पर हुए हमले के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस ने आक्रोश मार्च निकाला। यह जुलूस शहीद भवन से शुरू होकर भभुआ थाना पहुंचा और फिर पूरे शहर में घुमाया गया। इस दौरान जिले के कोने-कोने से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पुलिस ने कहा– होगी जांच
भभुआ थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि कांग्रेस की ओर से आवेदन मिला है। मामले की जांच की जा रही है, दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पृष्ठभूमि: दरभंगा से शुरू हुआ विवाद
गौरतलब है कि विवाद की शुरुआत दरभंगा से हुई थी, जहां कांग्रेस मंच से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत मां को लेकर अपशब्द कहे गए थे। इसके बाद पटना में 29 अगस्त को भाजपा–कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हुई। अब कैमूर में कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ और मारपीट की घटना ने विवाद को और तूल दे दिया है।