एक बूथ पर दोबारा हुए मतदान में बदली तस्वीर, चिंटू सिंह बने मुखिया, 2021 की हार का लिया बदला, कोर्ट के आदेश पर हुआ पुनर्मतदान
मतगणना के बाद समर्थकों ने गुलाल और माला से किया जोरदार स्वागत, 269 मतदाताओं ने डाले वोट, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पूर्व में मात्र 3 मतों से हारे थे चंद्रकांत, अब बने विजेता
केएमपी भारत डेस्क | कुचायकोट
प्रखंड की बखरी पंचायत में गुरुवार को हुए पुनर्मतदान ने राजनीतिक समीकरण बदल दिए। वर्ष 2021 के पंचायत चुनाव में महज 3 वोट से हारने वाले चंद्रकांत सिंह उर्फ चिंटू सिंह ने इस बार अपने प्रतिद्वंदी शक्ति नारायण सिंह को 171 वोटों से हरा दिया। यह जीत उन्हें बूथ संख्या 365 पर दोबारा हुए मतदान में मिली, जहां उन्हें 194 वोट मिले जबकि शक्ति नारायण को केवल 67।
अदालत के आदेश पर हुआ दोबारा मतदान
चुनाव परिणाम को लेकर चंद्रकांत सिंह ने वर्ष 2021 में गोपालगंज के मुंशीफ पियूष पायल की अदालत में परिबाद दायर किया था। 19 मई 2024 को अदालत ने चुनाव को रद्द करते हुए बूथ संख्या 365 पर दोबारा मतदान और मतगणना का आदेश दिया। इसके आलोक में गुरुवार को मध्य विद्यालय रामपुर दाऊद पूर्वी छोर पर मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न हुई।

जबरदस्त सुरक्षा, शांतिपूर्ण मतदान
सुबह 7 बजे से शुरू हुए मतदान में कुल 423 मतदाताओं में से 269 (63.59 प्रतिशत) ने वोट डाले। सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे। मतदान प्रक्रिया पर बीडीओ अजय कुमार, एडीएम शार्दूल हसन, डीएसओ विशाल सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी रही।
समर्थकों में जश्न का माहौल
मतगणना समाप्त होते ही जैसे ही चंद्रकांत सिंह की जीत की घोषणा हुई, उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। गुलाल उड़ाए गए, माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। पूर्व में 13 मतदान केंद्रों पर हुए मतदान में चंद्रकांत को 1430 और शक्ति नारायण को 1386 वोट मिले थे। गुरुवार के पुनर्मतदान ने समीकरण पूरी तरह बदल दिए।
(रिपोर्टर: संतोष सिंह, कुचायकोट, गोपालगंज)