अप्रैल से अब तक 52,636 यात्री पकड़े गए, 2.05 करोड़ रुपए दंड के रूप में वसूले
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
बिहारशरीफ। अविनाश पांडेय। दानापुर मंडल में चल रहा “लाल गाड़ी टिकट जांच अभियान” रेलवे की सबसे सफल कार्रवाईयों में से एक साबित हो रहा है। मंडल के प्रमुख रेलखंडों—पटना-डीडीयू, पटना-झाझा, पटना–गया, बख्तियारपुर-राजगीर, किउल–नवादा सेक्शन सहित व्यस्त रूटों पर इस अभियान को रोजाना सघन रूप से चलाया जा रहा है। कार्रवाई की सख्ती का असर इतना दिख रहा है कि बिना टिकट और अनियमित टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों में हड़कंप की स्थिति है।
टिकट बिक्री में रिकॉर्ड बढ़ोतरी, अनुशासन में सुधार
अभियान का सीधा असर स्टेशन काउंटरों पर दिख रहा है। जहाँ भी लाल गाड़ी जांच अभियान चलाया जाता है, वहां टिकट बिक्री 200 से 400 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। यह बड़ी वृद्धि दर्शाती है कि अभियान लोगों को जागरूक करने और अनुशासित रेल यात्रा के लिए प्रेरित करने में पूरी तरह कारगर है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अब यात्रियों में यह संदेश स्पष्ट पहुँच गया है कि बिना टिकट यात्रा पर भारी दंड देना पड़ सकता है।
127 विशेष अभियान, 52 हजार से अधिक यात्री पकड़े गए
अप्रैल माह से अब तक दानापुर मंडल में कुल 127 लाल गाड़ी टिकट जांच अभियान चलाए गए। इन अभियानों के दौरान 52,636 बिना टिकट एवं अनियमित टिकट वाले यात्रियों को पकड़ा गया। नियम उल्लंघन करने वालों से कुल 2.05 करोड़ रुपए दंड के रूप में वसूले गए।
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि रेलवे की सख्त नीति न केवल राजस्व बढ़ा रही है, बल्कि यात्रा व्यवस्था को अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित भी बना रही है।
यात्रियों से अपील—वैध टिकट लेकर ही करें यात्रा
दानापुर मंडल ने यात्रियों से विशेष अपील की है—
- बिना टिकट यात्रा न करें।
- उचित श्रेणी में ही टिकट लेकर यात्रा करें।
- यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व वैध टिकट अवश्य ले लें।
रेल प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और पारदर्शी यात्रा व्यवस्था उसकी प्राथमिकता है। इसलिए बिना टिकट और अनियमित यात्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
अभियान का नेतृत्व—मंडल वाणिज्य प्रबंधन टीम की सक्रिय भूमिका
यह पूरी कार्रवाई मंडल वाणिज्य प्रबंधक अभिषेक कुमार तिवारी और सहायक वाणिज्य प्रबंधक प्रदीप कुमार के नेतृत्व में लगातार चलाई जा रही है। टीम के सदस्यों द्वारा अलग-अलग ट्रेनों और स्टेशनों पर निगरानी बढ़ाई गई है, ताकि यात्रियों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा सके।






