13 न्यायिक बेंचों में लगेगी सुनवाई, मौके पर ही निपटेंगे हजारों मामले
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
सीवान। राज्य एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर शनिवार, 13 दिसंबर को सिवान सिविल कोर्ट परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। प्रातः 10 बजे से शुरू होने वाली इस लोक अदालत में कुल 13 न्यायिक बेंचें स्थापित की गई हैं, जहां विभिन्न प्रकृति के मामलों का ऑन द स्पॉट निस्तारण किया जाएगा।
सुबह 10 बजे होगा औपचारिक उद्घाटन
लोक अदालत का उद्घाटन विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला न्यायाधीश मोतिश कुमार सिंह करेंगे। उनके साथ प्राधिकार के सचिव न्यायाधीश सुनील कुमार सिंह भी मौजूद रहेंगे। उद्घाटन सत्र में उपस्थित पक्षकारों को संबंधित प्रक्रियाओं की जानकारी देने के बाद सभी बेंचों पर सुनवाई शुरू होगी।
कई प्रकार के विवादों का होगा निपटारा
लोक अदालत में फौजदारी, वैवाहिक विवाद, बैंकिंग, बिजली, टेलीफोन, बाट-माप, श्रम से जुड़े वादों के साथ-साथ दीवानी मामलों में विभाजन से संबंधित याचिकाओं का भी निपटारा किया जाएगा। इसके अलावा ग्राम कचहरी में लंबित मामलें और अन्य सभी प्रकार के समझौता योग्य विवाद भी शामिल किए गए हैं।
कौन-कौन जज करेंगे सुनवाई
13 न्यायिक बेंचों में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उमाशंकर और मोनिषा सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजीव कुमार पांडे, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अभिषेक कुमार, मनोज कुमार, अमन पपनाई, रवि कुमार सहित प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कमलेश कुमार सिंह, अजय कुमार मिश्रा, राजेंद्र कुमार, शुभम कुमार और कुमारी सौम्या शामिल हैं।
इन न्यायिक अधिकारियों के साथ पैनल अधिवक्ता—मनोज कुमार सिंह, संगीता सिंह, अनिल कुमार सिंह, अनिल तिवारी, अमित कुमार सिंह, गणेशाराम, राजकुमारी देवी, उत्तम कुमार सिंह, कलीमुल्लाह, ईश्वर चंद्र महाराज, प्रमोद रंजन गिरि, हकीम गिरि और अनिल मणि त्रिपाठी—मामलों को सुलझाने में सहयोग करेंगे।
व्यवस्था कड़ी, प्रशासन भी रहेगा मुस्तैद
प्रधान जिला न्यायाधीश स्वयं लोक अदालत की पूरी कार्यवाही की निगरानी करेंगे। विधि-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए उन्होंने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की है। उम्मीद है कि उद्घाटन सत्र में नव नियुक्त जिलाधिकारी एवं पुलिस कप्तान भी उपस्थित रहेंगे।
लोक अदालत शाम 5 बजे तक लगातार चलेगी। परिसर में स्वयंसेवी संगठनों, पूछताछ केंद्र और सहायता काउंटरों की भी व्यवस्था की गई है।






