केएमपी भारत | सीवान
जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है, वैसे-वैसे वायरल संक्रमण, डायरिया, सांस संबंधी रोग और हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। ऐसे समय में विशेष सतर्कता बरतना जरूरी है। महावीर कैंसर संस्थान पटना के भूतपूर्व कंसल्टेंट एवं इंदिरा गांधी आयुर्वेद संस्थान के पूर्व रजिस्ट्रार तथा हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. भानु प्रताप सिंह (वर्तमान में सीवान में कार्यरत) ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों का मौसम
गर्मी और बारिश के मिलेजुले मौसम में वायरस और बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। डॉ. सिंह के अनुसार, मक्खियों के माध्यम से फैलने वाले रोग जैसे डायरिया, पेचिश, टाइफाइड, और हैजा इस समय आम हो जाते हैं। साथ ही तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण सर्दी, खांसी, बुखार और सांस संबंधी दिक्कतें भी तेजी से फैलती हैं।
भीड़ से दूरी और मास्क है जरूरी
डॉ. भानु प्रताप सिंह कहते हैं कि संक्रमण से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साथ ही मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें, ताकि हवा के जरिए फैलने वाले वायरस से सुरक्षा हो सके।
हाथ और आसपास की सफाई रखें
रोगों से बचने के लिए हाथों की नियमित सफाई करें। साबुन या सैनिटाइजर से हाथ धोना अनिवार्य है, खासकर खाने से पहले और बाहर से घर लौटने के बाद। आसपास की साफ-सफाई भी अत्यंत आवश्यक है। गंदगी और पानी के जमाव से मच्छर और मक्खी पैदा होती हैं जो कई बीमारियों की जड़ हैं।
ताजा और घर का खाना खाएं
बाहर का खाना खाने से बचें क्योंकि गर्मियों में जल्दी खराब होता है और इससे फूड प्वॉइजनिंग या डायरिया की समस्या हो सकती है। डॉ. सिंह ने सलाह दी कि हमेशा ताजा, गर्म और घर का बना खाना ही खाएं।
लक्षण दिखे तो तुरंत लें डॉक्टर से सलाह
यदि किसी को तेज बुखार, लगातार उल्टी-दस्त, कमजोरी या सांस लेने में परेशानी हो रही है तो बिना समय गंवाए डॉक्टर से संपर्क करें। खुद से दवा लेने की बजाय विशेषज्ञ की राय जरूरी है।
बीमारी से बचाव के आसान उपाय:
गर्मी में खूब पानी पिएं लेकिन साफ और उबला हुआ
गंदे पानी या खुले में बिकने वाले पेय पदार्थों से बचें
हल्के और सूती कपड़े पहनें
घर के आसपास पानी जमा न होने दें
मास्क और सैनिटाइजर का नियमित उपयोग करें।
डॉ. सिंह की अपील:
“स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता को अपनाएं, खानपान पर ध्यान दें और किसी भी लक्षण को हल्के में न लें।”