गुठनी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, भागने की कोशिश में पकड़ा गया चालक
केएमपी भारत। सीवान (गुठनी)
शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही गुठनी पुलिस ने एक बार फिर बड़ा खुलासा किया है। इस बार शराब की खेप किसी आम वाहन से नहीं, बल्कि एक “अधिवक्ता उच्च न्यायालय” लिखी थार गाड़ी से पकड़ी गई है। पुलिस ने गाड़ी से 324 लीटर देशी शराब (बंटी-बबली ब्रांड) और 36 लीटर बियर जब्त की है। यह कार्रवाई गुरुवार की रात नवपदस्थापित थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व में जतौर-बेलौर रोड पर की गई।
गाड़ी पर लिखे थे वीआईपी टैग, पुलिस ने नहीं मानी चालाकी

गाड़ी पर “अधिवक्ता उच्च न्यायालय” लिखा हुआ था ताकि किसी को शक न हो। लेकिन पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि इस गाड़ी से शराब की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ने जतौर-बेलौर मार्ग पर घेराबंदी की। कुछ ही देर में एक काली थार गाड़ी उसी रास्ते से आती दिखी। जैसे ही पुलिस ने रोकने का इशारा किया, चालक ने गाड़ी मोड़कर भागने की कोशिश की। लेकिन पहले से घेराबंदी में लगे पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया।
तलाशी में निकली शराब की खेप, दो तस्कर चिह्नित
गाड़ी की तलाशी लेने पर पुलिस को बंटी-बबली ब्रांड की 324 लीटर देशी शराब और 36 लीटर बियर मिली। पूछताछ में चालक ने अपना नाम मो. शाबिर अंसारी, निवासी हसनपुरवा, हुसैनगंज बताया। उसने बताया कि यह खेप वह जैनुद्दीन (पिता नसरुद्दीन) के कहने पर ला रहा था, जो उसी गांव का रहने वाला है।
थानाध्यक्ष बोले: कानून के सामने कोई वीआईपी नहीं
थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने कहा, “शराब तस्करी करने वाला चाहे किसी भी रसूख वाला क्यों न हो, बख्शा नहीं जाएगा। अधिवक्ता का बोर्ड लगाना सिर्फ आम लोगों को भ्रमित करने की कोशिश थी, लेकिन पुलिस ने उसे नाकाम कर दिया।”
दो दिन पहले एम्बुलेंस से भी पकड़ी गई थी शराब
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही गुठनी पुलिस ने एक एम्बुलेंस से भारी मात्रा में शराब बरामद की थी। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि पुलिस शराब माफियाओं की हर चाल का जवाब देने को तैयार है।
जांच जारी, दोनों आरोपियों की भूमिका की हो रही पड़ताल
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि “अधिवक्ता उच्च न्यायालय” का यह बोर्ड असली था या महज छलावा। साथ ही जैनुद्दीन की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।