महाराजगंज में सड़कों पर उमड़ा भक्तों का सैलाब, खोइछ भराई की रस्म ने किया भावुक
बिहार डेस्क। पटना
केएमपी भारत न्यूज़ । महाराजगंज (सीवान) ।
शारदीय नवरात्र की पूर्णाहुति पर शुक्रवार को एकादशी तिथि में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन गाजे-बाजे, हाथी-घोड़े और जयकारों के बीच भव्य जुलूस निकालकर किया गया। विजयादशमी पर रावण दहन के बाद माता के विदाई समारोह में शहर की गलियां भक्तिमय माहौल से गूंज उठीं।
नखास चौक स्थित बड़ी देवी स्थान से शुरू हुआ जुलूस पुरानी बाजार, पक्का इनार, शहीद स्मारक चौक, नया बाजार, सिहौता बाजार होते हुए राजेंद्र चौक और मोहन बाजार से गुजरकर पुनः नखास चौक पहुंचा। वहां से मां की प्रतिमा को कलेक्ट्री मैदान ले जाया गया, जहां पूरा इलाका मेला में तब्दील हो गया।
जुलूस में बड़ी देवी स्थान के श्री दुर्गा बड़ा अखाड़ा, राजेंद्र चौक माता सिद्धिदात्री मंदिर, सिहौता बाजार मनोकामना शिव मंदिर, शहीद स्मारक परिसर की राष्ट्रीय दुर्गा पूजा समिति, पकवा इनार और नई मठ पसनौली स्थित पूजा समितियों की प्रतिमाएं शामिल हुईं। देवी दुर्गा के साथ भगवान गणेश, कार्तिक महादेव, देवी लक्ष्मी, सरस्वती और महिषासुर की प्रतिमाएं भी शोभायात्रा का हिस्सा बनीं।
इससे पहले दर्जनों महिलाओं ने नम आंखों से मां की खोइछ भराई की रस्म पूरी की। विदाई के क्षणों में भक्तों की आंखें छलक पड़ीं। शेर पर सवार महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा जब ट्रॉली पर सजी सड़कों से गुजरी तो श्रद्धालुओं के आंसू बह निकले।
नौ दिनों तक चले अनुष्ठान के बाद मां दुर्गा की विदाई देखने के लिए शहर से लेकर गांव तक श्रद्धालु उमड़ पड़े। जगह-जगह लोग माता के अंतिम दर्शन को आतुर दिखाई दिए।
विसर्जन जुलूस के दौरान पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। अधिकारियों और पुलिस बल की मौजूदगी से पूरे कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया।