बिहार के सीवान में ए.एन.एम पद पर चयनित छात्राओं का सम्मान समारोह
बिहार डेस्क, केएमपी भारत, पटना
सिवान | बिहार सरकार के तकनीकी सेवा आयोग के माध्यम से ए.एन.एम पद पर चयनित छात्राओं के लिए रविवार को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन रामदेव नगर महादेवा स्थित शुभवंती सुदामा राय फाउंडेशन के तहत संचालित शुभवंती इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन में हुआ, जहां 40 से अधिक चयनित छात्राओं को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
“अब हमारी बारी है, संस्था का नाम रोशन करें” — छात्राएं
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को मोमेंटो और उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर छात्राएं भावुक हो उठीं और मंच से कहा कि – “संस्था की शिक्षा, प्रैक्टिकल और मार्गदर्शन के बिना हमारा चयन संभव नहीं था। अब हमारा फर्ज है कि सेवा के क्षेत्र में ईमानदारी और समर्पण से कार्य कर संस्था का नाम रोशन करें।”
पूर्व प्राचार्य शकीलुर रहमान ने दी नसीहत
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संस्थान के पूर्व प्राचार्य शकीलुर रहमान ने छात्राओं को ईमानदारी, सेवा और निष्ठा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा –
“आप सभी स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ बनने जा रही हैं। अपने कर्तव्य को धर्म मानें और समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सर्वोत्तम सेवा दें।”
“स्वास्थ्य सेवा में बनाएं पहचान” – डॉ मनीष पांडेय
संस्थान के शिक्षक डॉ मनीष पांडेय ने भी छात्राओं को बधाई दी और कहा कि –
“आपके कंधों पर अब समाज की सेहत की जिम्मेदारी है। मरीजों की सेवा ही असली पूजा है। निष्ठा से काम करें और एक आदर्श स्वास्थ्यकर्मी बनें।”
कार्यक्रम में दिखी अनुशासन और गरिमा
इस सम्मान समारोह की व्यवस्थापक सोनी राय ने संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन कुशलता से किया।
कार्यक्रम में सुनीता कुमारी, पुनीता कुमारी, पूजा राय, रंजू कुमारी, अनुराधा कुमारी, शिल्पी कुमारी, हुस्नआरा खातून, पूजा यादव, रूबी कुमारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं छात्राएं मौजूद रहीं।
40 से अधिक छात्राओं को मिला सरकारी नौकरी का तोहफा
संस्था से पढ़ाई कर चुकीं 40 से अधिक छात्राओं का चयन बिहार के विभिन्न जिलों में ए.एन.एम पद के लिए हुआ है, जो न केवल संस्थान के लिए गौरव की बात है बल्कि पूरे जिले के लिए भी प्रेरणा है।
छात्राओं के चेहरे पर दिखी मुस्कान, कैमरों में कैद हुआ गौरव का पल
कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने समूह में तस्वीरें खिंचवाईं और संस्था के शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। पूरे परिसर में उत्सव और गौरव का वातावरण छाया रहा।